जम्मू, कश्मीर, वाईबीएन डेस्क: पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में स्थित विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चेनाब ब्रिज का आज औपचारिक उद्घाटन किया। की विकास यात्रा में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। चिनाब ब्रिज के पूर्ण रूप से चालू होने के साथ भारत ने न केवल भौगोलिक बाधाओं को पार किया है, बल्कि दुनिया के सामने अपने इंजीनियरिंग कौशल और बुलंद इरादों का भी परिचय दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इन परियोजनाओं को “चुनौती को चुनौती देने का रास्ता” बताते हुए कहा कि इन फूलों पर चलते हुए मैंने भारत के बुलंद इरादों को हमारे इंजीनियरों और श्रमिकों के हुनर को जिया है।
चिनाब ब्रिज विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल
विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल चिनाब ब्रिज इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना है। यह ब्रिज फ्रांस के एफिल टॉवर से भी ऊंचा है और अब यह न केवल कश्मीर को जोड़ने वाला मार्ग है, बल्कि एक संभावित पर्यटन स्थल भी बन गया है। यह पुल भारत का पहला सस्पेंशन-आधारित आर्च ब्रिज है और पीर पंजाल रेंज के ऊपर निर्मित होने के कारण यह कठिन भौगोलिक स्थिति में निर्माण कार्य की मिसाल पेश करता है।
अब मौसम तय नहीं करेगा रास्ते
जम्मू और कश्मीर के रास्ते मौसम के मोहताज नहीं रहेंगे हर मौसम में सेवा देने वाली यह ट्रेन जम्मू-कश्मीर के लोगों के जीवन में नई रफ्तार और उम्मीद लेकर आएगी। कश्मीर जिसे भारत माता के सिर का मुकुट कहा जाता है, वास्तव में कुदरत के अनमोल रत्नों से जड़ा हुआ है। यहां की धरती न केवल प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है, बल्कि यह औषधीय जड़ी-बूटियों, सुगंधित फूलों और स्वादिष्ट फलों का भी खजाना है। यहां के युवाओं में अपार टैलेंट है जिसे मैंने खुद कई बार अपनी यात्राओं में महसूस किया है। जम्मू-कश्मीर जो सदियों से भारतीय संस्कृति और सभ्यता का केंद्र रहा है, अब एक नए युग में प्रवेश कर रहा है ज्ञान और नवाचार का युग। आज यह क्षेत्र एक "नॉलेज हब" के रूप में उभर रहा है, जहां परंपरा और प्रगति का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है।
सोनमर्ग टनल
कुछ ही दिनों पहले शुरू हुई यह टनल जम्मू-कश्मीर में साल भर आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है। यह टनल भारत के रणनीतिक दृष्टिकोण और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में काम करने की क्षमता को दर्शाती है। PM Modi 2025 | jammu and kashmir | Chenab Bridge