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नई दिल्ली, आईएएनएस
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने पुणे के स्वारगेट बस डिपो में खड़ी बस में 26 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म की घटना पर स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष विजया राहटकर ने महाराष्ट्र पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है। वहीं राज्य महिला आयोग ने भी अपना बयान जारी किया है और तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। पुणे पुलिस ने पुणे बस दुष्कर्म मामले के मुख्य आरोपी दत्तात्रेय गाडे के बारे में जानकारी देने वाले को 1 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है। आरोपी पिछले 48 घंटों से फरार है, और उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने एक बड़ा तलाशी अभियान चलाया है।
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राज्य महिला आयोग की ने भी दिया बयान
पुणे बस बलात्कार की घटना पर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकनकर ने कहा, "स्वारगेट में हुई घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है... पीड़िता ने स्वार्गेट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की... अगले 2-3 दिनों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, लेकिन मुझे लगता है कि ऐसी घटना होने के बाद, हम कैंडल मार्च निकालते हैं, पहले पन्ने पर आने वाली खबर धीरे-धीरे आखिरी पन्ने पर चली जाती है और फिर हम इसे भूल जाते हैं... महिलाओं को आत्मरक्षा सिखाई जानी चाहिए और उन्हें हर समय जागरूक रहना चाहिए... राज्य महिला आयोग ने आदेश दिया है कि उसके खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।"
#WATCH | मुंबई: पुणे बस बलात्कार की घटना पर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकनकर ने कहा, "स्वारगेट में हुई घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है... पीड़िता ने स्वार्गेट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की... अगले 2-3 दिनों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया… pic.twitter.com/K40DJWBX6H
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 27, 2025
बस में दुष्कर्म का शिकार बनाया गया
महिला आयोग ने घटना की कड़ी निंदा की है, जिसमें 26 वर्षीय युवती को बस में दुष्कर्म का शिकार बनाया गया। दुष्कर्म का आरोपी फिलहाल फरार है। आयोग की अध्यक्ष ने पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई करने के लिए निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि मामले की जांच निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से हो, किसी भी तरह की देरी या लापरवाही से बचा जा सके। इसके साथ ही, पीड़िता को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है, जिसमें चिकित्सा सहायता, मानसिक परामर्श और उसकी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम शामिल हैं।
कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए
आयोग ने यह भी निर्देश दिया है कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और भारतीय न्याय संहिता, 2023 के तहत कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि अपराधी को न्याय के दायरे में लाया जा सके। अंत में, पुलिस अधिकारियों से अपेक्षा की गई है कि तीन दिनों के भीतर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट और एफआईआर की प्रति आयोग को सौंप दें।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपने बयान में कहा है कि वह महिला अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करेगा कि ऐसे अपराधों को सजा से बचने का कोई मौका न मिले। आयोग ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों से त्वरित कार्रवाई की अपील करते हुए सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कड़े कदम उठाने का आह्वान किया। पत्र के अंत में कहा गया है कि आयोग इस मामले की प्रगति की करीबी निगरानी करेगा और आवश्यकतानुसार आगे की कार्रवाई करेगा।
बस में 26 साल की युवती से रेप
यह घटना मंगलवार सुबह करीब 5:30 बजे पुणे के स्वर्गेट बस स्टैंड पर हुई, जहां महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम की एक बस के अंदर 26 साल की महिला के साथ दुष्कर्म किया गया। अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता अपने घर सतारा जाने के लिए बस स्टैंड पर आई थी, तभी आरोपी जो वहां घूम रहा था, उसने बहाने से महिला को अपने पास बुलाया। पुलिस के अनुसार, गाडे ने महिला को धोखा देते हुए उसे दूसरी बस में बैठा दिया और कहा कि यह बस उसके गंतव्य की तरफ जा रही है।
महिला ने उसकी बातों पर विश्वास करके बस में चढ़ गई, लेकिन आरोपी ने उसका पीछा किया और बस के अंदर ही उसके साथ दुष्कर्म किया, फिर मौके से भाग गया। पीड़िता किसी तरह दूसरी बस पकड़कर अपने घर पहुंची, जहां उसने अपनी दोस्त को घटना के बारे में बताया और फिर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुणे के पुलिस उपायुक्त स्मार्टाना पाटिल ने पुष्टि की कि गाडे का आपराधिक इतिहास रहा है और पुणे ग्रामीण पुलिस ने पहले भी उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था।
इस बीच, महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने स्वर्गेट बस स्टैंड के स्टेशन मास्टर और डिपो मैनेजर के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया है। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम ने बस स्टैंड पर सुरक्षा गार्डों को बदल दिया है और उन्हें सात दिनों के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। महाराष्ट्र सड़क परिवहन निगम ने एक बयान में कहा कि 'महिला सम्मान योजना' के तहत महिला यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, सरनाईक ने महिला यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण किसी को निलंबित किया जा सकता है। इस घटना ने सार्वजनिक परिवहन केंद्रों पर सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा की है और अधिकारियों पर महिला यात्रियों की सुरक्षा को मजबूत करने और पीड़िता को जल्द न्याय दिलाने का दबाव बढ़ गया है।