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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। पंजाब विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व मंत्री और अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया (Bikram Majithia) को गिरफ्तार किया है। गुरुवार सुबह मजीठिया को मोहाली कोर्ट (Mohali Court) में पेश किया गया। अमृतसर से गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीम मजीठिया को मोहाली लेकर गई। प्रारंभिक जांच में उनके पास करीब 540 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति होने का पता चला है।
छापेमारी में मिले अहम सबूत
जानकारी के मुताबिक, विजिलेंस की टीम ने मजीठिया के आवास पर सुबह 6:30 बजे से लेकर 12:30 बजे तक छानबीन की, जिसमें कई महत्वपूर्ण सबूत बरामद हुए। मजीठिया के घर से 29 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, 8 डायरियां और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए। विजिलेंस टीम की अगुवाई SSP लखबीर सिंह ने की। इस दौरान अमृतसर के ग्रीन एवेन्यू स्थित मजीठिया के घर पर विजिलेंस टीम और मजीठिया के बीच बहस भी हुई, जिसका वीडियो मजीठिया ने सोशल मीडिया पर जारी किया।
मजीठिया ने AAP पर लगाए आरोप
मजीठिया ने इस कार्रवाई को राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया और कहा कि वे इससे डरने वाले नहीं हैं। वहीं, उनकी विधायक पत्नी गनीव कौर ने विजिलेंस टीम पर घर में जबरदस्ती घुसकर धक्कामुक्की करने का आरोप लगाया। इस मामले पर आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में नशा फैलाने वाले पहले मंत्री दूसरी पार्टी से थे, जो तस्करों को पनाह देते थे। अब पंजाब में संदेश स्पष्ट है कि चाहे कोई भी बड़ा नेता हो, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। आप पार्टी ने भी बयान जारी कर बताया कि अमृतसर में 11, तरनतारन में 4, संगरूर में 3 और लुधियाना में 2 जगह विजिलेंस की छापेमारी हुई है।
540 करोड़ के लेन-देन का मामला
संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के मामले में, 2021 में पंजाब पुलिस के साइबर क्राइम विभाग ने मजीठिया के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। जांच में 540 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध वित्तीय लेन-देन सामने आए। FIR में कहा गया है कि मजीठिया और उनकी पत्नी गनीव कौर ने अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की है।
पत्नी की संपत्ती में भी बढ़ोतरी
2007 में विधायक बनने के बाद और कैबिनेट मंत्री बनने के दौरान उनके और उनकी पत्नी के नाम संपत्ति में भारी वृद्धि हुई, जिसे पुलिस ने गैरकानूनी स्रोतों से अर्जित बताया है। FIR में यह भी कहा गया है कि इन संपत्तियों का संबंध अवैध गतिविधियों से है और ये ‘अवैध संवर्धन’ के दायरे में आती हैं।