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नागरकुरनूल, वाईबीएन नेटवर्क
तेलंगाना के श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग से ताजा फोटो और वीडियो सामने आए हैं, जहां 22 फरवरी को सुरंग का एक हिस्सा ढहने के बाद सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए बचाव अभियान चल रहा है। इस घटना को अब पूरे 5 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने में कामयाबी नहीं मिली है।
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#WATCH | Nagarkurnool, Telangana | Rescue operation underway at the Srisailam Left Bank Canal (SLBC) tunnel to bring out the workers trapped inside the tunnel after its portion collapsed on 22nd February. pic.twitter.com/tg78ZLXDut
— ANI (@ANI) February 27, 2025
अगले दो दिनों में बचाव कार्य पूरा होने की संभावना
तेलंगाना सरकार ने एसएलबीसी सुरंग में फंसे आठ श्रमिकों को बचाने को लेकर कहा कि अगले दो दिनों में बचाव कार्य पूरा होने की संभावना है। 26 फरवरी को राज्य के मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि फंसे मजदूरों को बचाने के लिए एक ठोस कार्ययोजना तैयार की है। इसमें वैकल्पिक पहुंच मार्गो की खोज और पानी निकालने के लिए उन्नत मशीनरी का उपयोग शामिल है। 26 फरवरी को सुरंग के मुहाने पर बैठक आयोजित की गई।एसएलबीसी सुरंग दुर्घटना, राहत एवं बचाव उपायों पर सैन्य सुरंग विशेषज्ञों, नौसेना कमांडो और एनडीआरएफ कर्मियों के साथ समीक्षा बैठक की।
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SLBC Tunnel Rescue In Final Stages
— Uttam Kumar Reddy (@UttamINC) February 26, 2025
After a high-level review meeting at the incident site, it was assessed that the rescue will be completed within two days and that new strategies were being implemented to mitigate challenges inside the tunnel. pic.twitter.com/iFK0aGl4hA
बचाव कार्य में विशेषज्ञों की ली जा रही मदद
विशेषज्ञ लगातार सुंरग की संरचनात्मक स्थिरता का आकलन कर रहे हैं, ताकि बचाव कार्य बिना किसी अतिरिक्त जोखिम के पूरा किया जा सके। मंत्री ने बताया कि सुरंग में फंसी टीबीएम को गैस कटर की मदद से टुकड़ों में काटकर हटाया जाएगा, जिससे बचाव दल को आगे बढ़ने में सुविधा मिलेगी। इस बचाव अभियान में भारतीय सेना, नौसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और रैट माइनर्स की टीमें शामिल है। इसी के साथ राज्य सरकार ने सुरंग निर्माण और बचाव अभियानों का अनुभव रखने वाले विशेषज्ञों और सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों से भी सलाह ली है। भारतीय मरीन कमांडो और सीमा सड़क संगठन को भी इस अभियान में शामिल किया गया है।
Held a review meeting on SLBC tunnel accident, relief and rescue measures with military tunnel experts, naval commandos and NDRF personnel.
— Uttam Kumar Reddy (@UttamINC) February 27, 2025
Meeting was held at the mouth of the tunnel yesterday. pic.twitter.com/MazLbDAsEl
कुत्तों की मदद लेने की योजना
बता दें बचाव दल अब इस अभियान में कुत्तों की मदद लेने की योजना बना रहे हैं। 26 फरवरी को नागरकुरनूल के पुलिस अधीक्षक वैभव गायकवाड़ के अनुसार, 20 सदस्यीय बचाव दल सुरंग के अंतिम के बिंदु तक पहुंचीं लेकिन कीचड़ और मलबे के कारण वे सिर्फ 50 मीटर की दूरी तक ही पहुंच पाए।
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