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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Agra News: छापे के दौरान कैश हटाने के मामले तो आपने खूब सुने होंगे, यहां तक कि कई बार कैश फेंके जाने तक के मामले भी सामने आते हैं ताकि सरकार को हिसाब न देना पड़े, लेकिन इस बार हम आपको इसका एकदम उलट वाकया बता रहे हैं। यह वाकया उत्तर प्रदेश के आगरा का है। ड्रग विभाग और एसटीएफ ने नकली दवाओं के कारोबार की सूचना पर एक थोक व्यापारी के यहां छापा मारा। टीम मौके पर ही थी, कारोबारी कैश भरे तीन बैग लेकर पहुंच गया। दरअसल कारोबारी हिमांशु अग्रवाल को लग रहा था कि टीम एक करोड़ रुपये लेकर चुपचाप चली जाएगी, लेकिन हुआ उलटा। एसटीएफ ने कारोबारी का कैश तो जब्त कर लिया लेकिन कारोबारी को रिश्वत देने के आरोप में नाप दिया। अब कारोबारी सलाखों के पीछे है।
जानें क्या है पूरा मामला?
हिमांशु अग्रवाल की आगरा के मुबारक महल स्थित 'हे मां मेडिकल स्टोर' और बंसल मेडिकल स्टोर पर ड्रग विभाग ने शुक्रवार को छापा मारा था। यह कार्रवाई सनौफी कंपनी की शिकायत पर हुई, जिसमें आरोप था कि इन दुकानों पर नकली दवाएं बेची जा रही थीं। छापे में दोनों दुकानों और गोदामों से 3.23 करोड़ रुपए की दवाएं बरामद की गईं। इनमें जायड्स, ग्लेनमार्क, सनौफी और सन फार्मा जैसी नामी कंपनियों की दवाएं शामिल थीं।
तीन बैगों में भरे थे पांच- पांच सौ के नोट
छापेमारी के दौरान STF टीम भी मौजूद थी। जब कारोबारी हिमांशु अग्रवाल ने अधिकारियों से संपर्क कर मामला रफा-दफा करने की कोशिश की, तो STF इंस्पेक्टर की सतर्कता से उसे रंगेहाथ पकड़ लिया गया। हिमांशु तीन बैग में कैश लेकर पहुंचा था, जिसमें ज्यादातर 500-500 के नोट थे।
पौने चार करोड़ की नकली दवा बरामद की
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ड्रग विभाग के अनुसार, बरामद दवाओं में से करीब 2.43 करोड़ की दवाएं 'हे मां मेडिकल स्टोर' और 1 करोड़ की दवाएं बंसल मेडिकल स्टोर से मिलीं। इन दवाओं का बड़ा जखीरा मोती कटरा स्थित गोदामों से बरामद हुआ।छापेमारी के बाद दोनों प्रमुख दवा बाजार मुबारक महल और गोगिया मार्केट में सन्नाटा छा गया। शनिवार और रविवार को भी ज्यादातर दुकानों के शटर बंद रहे।
आयकर और सतर्कता विभाग ने भी जांच शुरू की
कारोबारी हिमांशु अग्रवाल और उसके परिवार का नाम पहले भी कई मामलों में सामने आ चुका है, जिनमें अवैध दवा सप्लाई और नारकोटिक्स मामलों में संलिप्तता पाई गई थी।STF और ड्रग विभाग ने बरामद कैश, दवाओं और दस्तावेजों को जब्त कर लिया है। आयकर विभाग और विजिलेंस की टीमें भी मामले की जांच में शामिल हो गई हैं।
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