नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। एक निर्मम मां ने अपनी 13 साल की मासूम को न केवल अपने दोस्तों के हवाले कर दिया बल्कि लगातार सामुहिक दुष्कर्म करने में उनकी मदद भी की। पहले हरिद्वार में बच्ची का यौन शोषण किया गया लेकिन जब महिला और उसके दोस्तों का इससे भी जी नहीं भरा तो बच्ची को लेकर मथुरा- वृंदावन और आगरा के होटलों में रहे और मुंह काला किया। मां, जो अपनी बेटी की हिफाजत के लिए जीवन दाव पर लगाने का दम रखती है, वहीं मां 13 साल की मासूम बेटी के साथ यौन शोषण कराने के मामले में पकड़ी जाए, तो इसे आप क्या कहेंगे? बड़ी बात यह भी है कि आरोपी महिला भाजपा नेत्री बताई जा रही है। इस मामले के खुलासे के बाद यह सवाल उठना लाजिमी है कि ऐसे नेता समाज को कौन सी दिशा देंगे? खैर, अब इस महिला को पुलिस ने सलाखों को पीछे पहुंचा दिया है। महिला का एक दोस्त भी गिरफ्तार किया गया है।
मासूम और उसके पिता की शिकायत पर एक्शन
एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि थाना रानीपुर क्षेत्र का मामला है। पुलिस को शिकायत मिली थी। शिकायत में मासूम ने अपनी मां पर यौन शोषण कराने के आरोप लगाए गए थे। पुलिस ने तत्काल धारा- 164 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष 13 साल की मासूम के बयान रिकॉर्ड कराए और मेडिकल परीक्षण भी कराया गया। मासूम ने जो आरोप लगाए हैं, मेडिकल परीक्षण में भी उन आरोपों की पुष्टि हुई है। उसके बाद आरोपी मां और उसके एक दोस्त को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों को जुडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया है।
पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज हुआ है मुकदमा
एसएसपी ने बताया कि मासूम के बयान और मेडिकल परीक्षण के आधार पर पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले का एक अन्य आरोपी अभी फरार है। बच्ची के पिता की ओर से दी गई तहरीर में बताया गया था कि उसकी मां जनवरी, 2025 में बच्ची को घुमाने के बहाने अपने दोस्तों सुमित पटवाल और शुभम के साथ लेकर गई थी। बीएचईएल स्टेडियम में सुमित और शुभम ने शराब पीकर बच्ची के साथ मुंह काला किया। आरोप है कि बच्ची की मां ने भी आरोपियों का सहयोग किया। उसके बाद तीनों बच्ची को लेकर मथुरा, वृंदावन और आगरा भी गए, जहां होटल में सामुहिक दुष्कर्म किया गया।
भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष थी महिला
rape case: अपनी ही बेटी के साथ दुष्कर्म कराने के आरोप में जेल गई महिला भाजपा में थी। वह हरिद्वार में जिला महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी रही है, लेकिन काफी समय तक सक्रिय न रहने के कारण पार्टी ने उसे पद से हटा दिया था। जिलाध्यक्ष आशुतोष ने महिला को पद से हटाए जाने की पुष्टि की है।