नई दिल्ली,वाईबीएन नेटवर्क।
डीपसीक ने टेक की दुनिया को हिला के रखा दिया है। इसने आते ही बड़ी आर्टिफिशियल कंपनियों को पीछे छोड दिया है। जैसे ही इसकी पॉपूलेरिटी बढ़ रही है, वैसी ही तकनीकी बाजार में इसकी मांग भी तेज हो गई है। कंपनियां बेहतर प्रदर्शन करने की होड में लग गई है। ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए Amazon ने डीपसीक के साथ एक अनुबंध किया है जिससे अमाजॉन वेब सर्विस पर डीपसीक की सर्विस ग्राहकों को मिल सकेगी। वास्तव में एक अच्छा जनरेटिव AI एप्लीकेशन बनाना काफी मुश्किल है। यह बिल्डरों को यह चुनने की आज़ादी देता है कि वे जो चुनना चाहते हैं, चुन सकते हैं। कंपनी ने कहा कि ग्राहकों के हित को ध्यान में रखते हुए कठिन फैसले लेने पड़ते है।
क्यों लिया ये फैसला
दरअसल किसी भी टेक को चलाने के जनरेटिव एआई की जरूरत होती है। यह किसी भी इमारत की नींव की तरह है। डीपसीक का R1 मॉडल कई नई तकनीकों से लैस है। जो अभी तक चैटजीपीटी या अन्य एआई में मौजूद नहीं थी। ये मेटा के लामा और Qwen टेक्नोलॉजी का मिश्रित रूप है।
डीपसीक से अमेरिका के शेयर मार्केट पर पड़ा था असर
इससे अमेरिका शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है। अमेरिकी बाजार में पिछले सत्र के दौरान लगातार बिकवाली होती रही, जिसके कारण वॉल स्ट्रीट के सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,101.77 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह नैस्डेक ने में 0.49 प्रतिशत टूट कर 19,956.29 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के कारोबार का अंत किया। डाउ जॉन्स फ्यूचर्स आज फिलहाल 136.74 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 44,285.52 अंक के स्तर पर कारोबार करता हुआ नजर आ रहा है। बाजार में गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह चीन के नए एआई 'DeepSeek AI'को बताया जा रहा है।