नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति ने स्पेस स्टेशन में फंसे से हुए दो अंतरिक्ष यात्रिओं को लेकर चिंता व्यक्त की है। डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क की स्पेसएक्स कंपनी से अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए कहा है। हालांकि स्पेसएक्स पहले से ही उन्हें वापस लाने की योजना बना चुका था। स्पेसएक्स द्वारा उन्हें मार्च में वापस लाने तैयारी कर रहा है। इसी बीच नासा का कहना है कि वे लोग वहां फसे हुए नहीं हैं।
नासा ने दी सफाई
नासा ने अपने दो अंतरिक्ष यात्री के. बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को जून के महीने में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल में अंतरिक्ष में भेजा था। उनको वहां 10 दिन के लिए भेजा था, लेकिन तकनीकी खामी के चलते उन्हें समय पर वापस नहीं बुलाया जा सका। दरअसल यान का थ्रस्टर्स का पूरी तरह से काम नहीं कर रहा था, इसलिए अंतरिक्ष यान उनके बिना ही धरती पर वापस आ गया था। इसी वजह से वे दोनों अब तक वापस नहीं आ सके।
नासा ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि दोनों अंतरिक्ष यात्रिाओं को कभी धरती पर लाया जा सकता है। हमने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। नासा का कहना कि उनको वापस लाने से स्टेशन पर साइंटिस्ट की कमी आ सकती है। आमतौर पर स्टेशन से आने वाले यात्रिओं की जगह दूसरे यात्रिओं को भेजा जाता है।
पूर्व राष्ट्रपति ने नासा को सौंपी थी जिम्मेदारी
पिछले बाइडेन प्रशासन ने दोनों को वापस लाने के लिए स्पेसएक्स के साथ साझेदारी की थी । स्पेसएक्स कैप्सूल के क्रू-9 को अभी अंतरिक्ष स्टेशन पर डॉक किया गया है। नासा और स्पेसएक्स ने दोनों अंतरिक्ष यात्रिओं को वापस लाने के करार किया है। इस मिशन के तहत चार नए एस्ट्रोनॉट को स्टेशन पर लाएगा और विल्मोर और विलियम्स को वापस भेजेगा। पिछले महीने ही नासा ने कहा था कि लॉन्च को थोड़ा समय लग सकता है। इसे मार्च में लॉन्च किया जा सकता है। नासा ने कहा कि स्पेस एक्स ने इसकी तैयारी के लिए समय मांगा है । स्पेसएक्स के मुखिया एलन मस्क ने इसको लेकर बाइडन की निंदा भी की थी।
दरसअल सुनीता विलियम्स 273 दिनों से स्पेस स्टेशन में फंसी हुई हैं। उनको वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं, हालांकि इससे पहले भी सुनीता 321 दिन अंतरिक्ष में रह चुकी हैं।