नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने 100वा सैटेलाइट लॉन्च कर इतिहास रच दिया है। इस साल का यह पहला सैटेलाइट है। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में आज सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर एनवीएस-02 को ले जाने वाले GSLV-F15 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। इसरो ने इसको भारत की बड़ी उपलब्धि बताया है। इसरो के मुखिया वी. नारायनन ने कहा कि आने वाले पांच वर्षों में भारत 100 सैटेलाइट को लॉन्च करेगा। एजेंसी ने बुधवार सुबह श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से अपना 100वा सैटेलाइट लॉन्च किया था।
आने वाले पांच सालों में 100 सेटेलाइट लॉन्च करने का लक्ष्य
श्रीहरिकोटा से GSLV रॉकेट का यह 100वां प्रक्षेपण था। सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SLV) 10 अगस्त, 1979 को श्रीहरिकोटा से लॉन्च होने वाला पहला बड़ा रॉकेट था। लॉन्च के बाद इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने कहा “आज हमने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है।” उन्होंने कहा “इसरो की टीम की कड़ी मेहनत और टीम वर्क से इसरो का 100वां प्रक्षेपण सफलतापूर्वक पूरा हुआ है।” हालांकि 100वां प्रक्षेपण 46 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद हुआ है, लेकिन “अगले पांच वर्षों में इसरो का लक्ष्य 100 मिशन लॉन्च करना होगा”।
ये है सैटेलाइट की खासियत
NVS-02 कई महत्वपूर्ण कामों में सहायक होगा। यह धरती, आकाश, हवा और समुद्र में नेविगेशन की सेवाओं को बेहतर बनाएगा साथ ही, यह कृषि क्षेत्र में किसानों को सटीक जानकारी प्रदान करेगा, जहाजों और वाहनों की निगरानी में मदद करेगा, और मोबाइल लोकेशन सेवाओं को मजबूत करेगा। इसके अलावा, यह सैटेलाइट IoT आधारित एप्लिकेशन और आपातकालीन सेवाओं में भी उपयोगी साबित होगा। इस सैटेलाइट को बेंगलुरु के यू.आर. राव सैटेलाइट सेंटर में तैयार किया था। इसका वजन 2250 किलाग्राम है।
केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने दी बधाई
केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसको लेकर एक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने एक बार फिर गर्व महसूस करवाया है
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