नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
बचपन में क्रिश मूवी हम सभी की फेवरेट हुआ करती थी। जिसमें दिखाया जाता है कि कैसे दिमाग के सहारे भविष्य में होने वाली घटनाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है। ये धारणा कोई नई नहीं है। हाल ही में इसको लेकर एक अध्ययन किया गया है। इसमें बताया गया है कि दिमाग के सबसे बडे हिस्से cerebral cortex की सहायता से किसी का भी भविष्य बताया जा सकता है। वैज्ञानिक ने बताया कि दिमाग में मेमोरी और echoes के माध्यम से फ्यूचर को प्रीडिक्ट किया जा सकता है।
किस तरह काम करता है सेरेब्रल कॉर्टेक्स
ये मस्तिष्क का सबसे बड़ा हिस्सा है और विभिन्न कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह धारणा, विचार, memory storage, and decision-making लिए जिम्मेदार है। यह बताती है कि कॉर्टेक्स का पहला काम नई सेंसटिव जानकारी को सुधार करके और पिछली यादों से इसकी तुलना करके भविष्य की घटनाओं की भविष्यवाणी करना है।
एक्सपर्ट की राय
प्रमुख शोधकर्ता शिमकिव ने कहा, "हमने पाया कि कॉर्टेक्स एक स्मृति मशीन की तरह काम करता है, नए अनुभवों को एनकोड करता है, और निकट भविष्य की भविष्यवाणी करता है।"उन्होंने बताया कि इससे सिज़ोफ्रेनिया जैसी बीमारियों के बारे में बहुत कुछ पता चलता है।
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चूहों पर किया अध्ययन
शोधकर्ताओं ने दिमाग में होने वाली घटनाओं को जानने के लिए चूहों पर शोध किया। इसमें उन्होंने चूहों के न्यूरॉन पर गहरी रिसर्च की। चिकित्सकों को कई सालों से पता है कि सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित लोग नई जानकारी को पुरानी जानकारी से अलग करने में माहिर नहीं होते हैं। वैज्ञानिकों ने व्यक्तिगत न्यूरॉन्स के व्यवहार की जानकारी करके उन निष्कर्षों को समझने की कोशिश की, लेकिन अंत में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस शोधपत्र की Insight में से एक यह खोज है कि इसके नए पन का पता लगाना सिंगल न्यूरॉन्स का काम नहीं है, बल्कि तंत्रिका नेटवर्क का काम है।