रुड़की, वाईबीएन नेटवर्क।
देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान IIT रुड़की में छात्रों के लिए एक नया फरमान जारी होते ही माहौल गरमा गया। इस फैसले से नाराज छात्रों ने संस्थान के गेट पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। आखिर क्या है पूरा मामला? जानते हैं इस रिपोर्ट में..."
क्या है मामला
आईआईटी रुड़की के अधिष्ठाता छात्र कल्याण द्वारा जारी नोटिस का संज्ञान लेते हुए आईआईटी सुरक्षा कर्मियों ने देर रात 11 बजे के बाद मुख्य प्रवेश द्वार बंद कर दिया जिसके चलते आईआईटी छात्र आक्रोशित हो गए और उन्होंने गेट पर जमकर हंगामा किया। जिससे रुड़की हरिद्वार मार्ग तक बाधित हो गया। स्थानीय पुलिस प्रशासन ने आईआईटी प्रबंधन तंत्र को पत्र प्रेषित कर कहा था कि रात्रि के समय आईआईटी के छात्र शराब एवं मादक पदार्थों का सेवन कर आईआईटी परिसर से बाहर घूमते रहते हैं जिन पर अंकुश लगाया जाना जरूरी है।
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इस फरमान पर बवाल
गत 28 फरवरी को अधिष्ठाता छात्र कल्याण द्वारा आईआईटी छात्रों को नोटिस जारी कर रात्रि 11:00 बजे के पश्चात बिना अनुमति के संस्थान परिसर से बाहर न जाने की सख्त हिदायत दी गई। नोटिस में बताया गया था कि स्थानीय प्रशासन से प्राप्त सूचना के अनुसार कुछ छात्र परिसर के बाहर जाकर धूम्रपान अथवा शराब आदि का सेवन करते हैं जिसके मद्देनजर संस्थान के समस्त छात्रों को निर्देशित किया जाता है कि कोई भी छात्र रात्रि 11:00 बजे के बाद बिना उचित कारण एवं पूर्वानुमति के संस्थान से बाहर ना रुके। इसके साथ ही मादक द्रव्ययों के सेवन से संबंधित सभी शर्तें संस्थान परिसर के साथ-साथ परिसर के बाहर जाने वाले छात्रों पर भी यथावत लागू रहेंगे तथा भविष्य में दोषी पाए गए छात्रों पर भी कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस नोटिस की प्रतिलिपि संस्थान के निदेशक, उपनिदेशक और स्थानीय पुलिस प्रशासन को को भी भेजी गई।
क्यों भड़के Students
उक्त नोटिस का संज्ञान लेते हुए आज रात्रि 11:00 के बाद आईआईटी सुरक्षा कर्मियों ने मुख्य प्रवेश द्वार बंद कर दिया जिस कारण परिसर से बाहर गए छात्र आक्रोशित हो गए और उन्होंने जमकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान काफी गहमागहमी रही।
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छात्रों ने लगाए ये आरोप
छात्रों ने आरोप लगाया कि आईआईटी प्रबंधन जानबूझकर उनके स्वतंत्रता के अधिकारों का हनन करने में लगा हुआ हैं, वह दिन भर अपने शिक्षण कार्यों में व्यस्त रहते हैं। रात्रि के समय चाय पीने आदि अगर वह परिसर से बाहर जाते हैं तो उस पर भी रोक-टोक लगाई जा रही है। छात्र इस नए नियम को तानाशाही करार दे रहे हैं और इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं। कुछ छात्रों का कहना है कि यह नियम उनके बुनियादी अधिकारों का हनन करता है, तो वहीं कुछ इसे उनकी आज़ादी पर पाबंदी मान रहे हैं। छात्रों के हंगामा करने की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। कोतवाली एसएसआई विनोद थपलियाल का कहना है कि आईआईटी द्वारा छात्रों के ग्यारह बजे के बाद प्रवेश पर रोक लगाई गई थी इसलिए छात्र बाहर जमा थे।