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पूर्ण चंद्र ग्रहण के बाद जरूर कर लें शुद्धिकरण, मंदिरों में भी सफाई-धुलाई

चंद्रग्रहण के बाद जरूरी है कि घर का शुद्धिकरण किया जाए और दान-पुण्य करना चाहिए। मोक्ष काल में जो लोग कुछ काम नहीं कर पाएं, उसे वह सोमवार की सुबह निपटा लें। अब पूर्ण चंद्रग्रहण 31 दिसंबर 2028 यानी लगभग तीन साल बाद नजर आएगा। 

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Mukesh Pandit
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उज्जैन, मध्य प्रदेश: पूर्ण चंद्रग्रहण के बाद श्री महाकालेश्वर मंदिर की सफाई की जा रही है।

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। रविवार को रात9.56 से शुरू हुई इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण रात 1 बजकर 26 मिनट पर समाप्त हो गया। चंद्रग्रहण का सूतक रविवार को दोपहर से ही प्रारंभ हो गया था। चंद्रग्रहण के बाद जरूरी है कि घर का शुद्धिकरण किया जाए और दान-पुण्य करना चाहिए। मोक्ष काल में जो लोग कुछ काम नहीं कर पाएं, उसे वह सोमवार की सुबह निपटा लें। अब पूर्ण चंद्रग्रहण 31 दिसंबर 2028 यानी लगभग तीन साल बाद नजर आएगा। इस बीच देशभर के मंदिरों में सुबह से ही सफाई का काम शुरू हो गया था।

चंद्र ग्रहण के बाद क्या करें

स्नान करें – ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करना शुभ माना जाता है।
गंगाजल छिड़कें – घर के हर कोने में गंगाजल छिड़कें।
देवी-देवताओं को स्नान कराएं – घर के देवताओं को स्नान कराएं।
खाद्य वस्तुओं पर गंगाजल छिड़कें – खाने की चीजों पर गंगाजल छिड़कें।
मंदिर जाएं और पूजा करें – भगवान के दर्शन करें और आशीर्वाद प्राप्त करें।

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लाखों ने देखा लाल सुर्ख चांद

भारत के कई शहरों में चंद्रग्रहण देखा गया। लद्दाख से लेकर तमिलनाडु तक लोगों की निगाहें दुर्लभ‍‍ पूर्ण चंद्र ग्रहण देखने के लिए आसमान की ओर टिकी रहीं। बता दें कि यह चंद्रग्रहण रात 9:57 बजे शुरू हुआ और 1:26 बजे तक चला। इस दौरान खगोल प्रेमियों की नजरें आसमान पर टिकी रही. दिल्ली, नोएडा, वाराणसी, मुंबई, कोलकाता और अन्य शहरों में लोग इस नजारे को देखने के लिए उत्साहित दिखे। खगोल शास्त्रियों का कहना है कि यह ग्रहण 2025 का आखिरी चंद्रग्रहण था। ग्रहण के दौरान कई लोग अपने कैमरों के जरिए इस घटना को कैद करने में जुटे रहे। lunar eclipse rituals | lunar eclipse 2025

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