Advertisment

Maharashtra in Danger: फिर खतरनाक हुआ GBS, 193 मामले दर्ज....11 की मौत

महाराष्ट्र में गिलियन-बैरे सिंड्रोम (GBS) एक बार फिर पांव पसार रहा है। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने ताजा आंकड़े जारी किए हैं। जिनके मुताबिक अब तक कुल 193 मरीज इसकी चपेट में आ चुके हैं। 29 केस संदेहास्पद हैं। मौतों का आंकड़ा भी बढ़कर 11 हो गया है।

author-image
Vibhoo Mishra
Maharashtra
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

मुंबई, वाईबीएन नेटवर्क।

Advertisment

महाराष्ट्र में गिलियन-बैरे सिंड्रोम (GBS) एक बार फिर पांव पसार रहा है। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने ताजा आँकड़े जारी किये हैं। जिसके मुताबिक अब तक कुल 193 मरीज इसकी चपेट में आ चुके हैं। 29 केस संदेहास्पद हैं। इसकी चपेट में आकार होने वाली मौतों का आंकड़ा भी बढ़ गया है। 

मौतों का आंकड़ा पहुंचा 11 

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इस गंभीर स्थिति के कारण राज्य में अब तक कुल 11 मौतें हुई हैं। इनमें से 6 मौतों को जीबीएस के कारण ही पुष्टि की गई है, जबकि 5 मौतें संदेहास्पद जीबीएस मामलों के रूप में दर्ज की गई हैं।

Advertisment

कहाँ कितने मरीज 

जीबीएस से प्रभावित मरीजों का अधिकांश हिस्सा पुणे और आसपास के क्षेत्रों से है। पुणे महानगरपालिका क्षेत्र (पीएमसी) के 95 मरीज, पुणे नगर निगम के 44 मरीज और पिंपरी चिंचवड नगर निगम के 33 मरीज शामिल हैं। इसके अलावा, पुणे ग्रामीण क्षेत्र से 36 मरीज और अन्य जिलों से 14 मरीज इस लिस्ट में शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कुल 173 मरीजों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। हालांकि, 29 मरीजों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उन्हें आईसीयू में रखा गया है। जबकि 13 मरीज वेंटिलेटर पर हैं।

यह भी पढ़ें: BIG NEWS: केंद्र सरकार ने Reliance पर 24500 करोड़ की देनदारी निकाली, जानिए क्या है मामला

Advertisment

सावधानी बरतने की सलाह 

उल्लेखनीय कि 27 जनवरी को पुणे में जीबीएस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्य में सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप और प्रबंधन का समर्थन करने के लिए सात सदस्यीय टीम तैनात की। केंद्र की उच्च स्तरीय टीम में बहु-विषयक विशेषज्ञ शामिल थे। इसका उद्देश्य जीबीएस के संदिग्ध और पुष्ट मामलों में वृद्धि को देखते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप और प्रबंधन स्थापित करने में राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों का समर्थन करना है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सलाह दी कि सामान्य सावधानियां बरतकर जीबीएस को कुछ हद तक रोका जा सकता है, जैसे कि उबला हुआ, बोतलबंद पानी पीना, खाने से पहले फलों और सब्जियों को अच्छी तरह से धोना, चिकन और मांस को ठीक से पकाना, कच्चे या अधपके भोजन, विशेष रूप से सलाद, अंडा, कबाब या समुद्री भोजन से परहेज करना। 

यह भी पढ़ें: Weather Alert: गर्मी का बढ़ेगा बेतहाशा सितम, अस्पतालों की तैयारियां भी अधूरी

Advertisment
Advertisment