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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। बात साल 2000 की है। सीलमपुर पुलिस के पास एक शिकायत आती है। शिकायत स्कूटर चोरी को लेकर थी। पुलिस हाथ पैर मारती है तो उसे पता चलता है कि जाफराबाद में रहने वाले एक किशोर ने ये काम किया था। पुलिस उसे उठाती है। फिर कोर्ट में पेश किया जाता है। कोर्ट वार्निंग देकर छोड़ देती है। युवक पर रहम खाकर जब मजिस्ट्रेट उसे छोड़ने का आदेश दे रहे थे तो उनको ये नहीं पता था कि आगे जाकर ये फैसला कितना गलत होने वाला है। 25 साल पहले का सलीम अब सलीम नहीं रहा बल्कि वो सलीम पिस्टल में तब्दील हो चुका है। एक ऐसा नाम जिसकी मदद के बगैर गैंगस्टर भी बेदम हो जाते हैं। भारत का सबसे बड़ा आर्म सप्लायर जिसके लिंक पाकिस्तान और दाऊद से भी हैं।
नेपाल के होटल में रह रहा था सलीम
सलीम को हाल ही में नेपाल से पकड़ा गया। उसे दबोचने की रणनीति दिल्ली पुलिस ने दूसरी सिक्योरिटी एजेंसीज के साथ मिलकर बनाई थी। पुलिस को खबर मिली थी कि वो नेपाल के एक होटल में रह रहा है। बस फिर क्या था एक रणनीति तैयार की गई। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दूसरी एजेंसीज को भरोसे में लेकर जब होटल पर रेड की और सलीम उनके हाथ लगा तो दिल्ली तक के फोन घनघना उठे। पुलिस अपनी उपलब्धि पर फूलीं नहीं समा रही थी। ऐसा हो भी क्यों न। देश के तमाम सूबों की पुलिस सलीम के पीछे लगी थीं पर वो मिला दिल्ली पुलिस को।
दुर्दांत गैंगस्टरों को मार्डनाइज
सलीम वो नाम है जिसने यूपी, दिल्ली समेत दूसरे सूबों के दुर्दांत गैंगस्टरों को मार्डनाइज किया। उसने तुर्किये में बनी जिगाना पिस्टल पहली बार गैंगस्टरों तक पहुंचाईं। वो पिस्टल जो एक बार में 15 गोलियां दाग देती है। गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर इसी हथियार से हमला करके उनको जन्नतनशीं कर दिया गया था। सलीम से ही जिगाना पिस्टल लारेंस बिश्नोई और हाशिम बाबा जैसे तमाम गैंगस्टरों तक पहुंचीं। सलीम के नाम की धमक पुलिस के कानों तक तब पहुंची जब सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई। उसके बाद से सलीम की तलाश थी। लेकिन पुलिस को ये पता नहीं था कि सलीम अब सलीम नहीं रहा, वो सलीम पिस्टल बन चुका है। वो सलीम जो दाऊद का मुंह लगा है।
आठवीं पास सलीम बन गया हथियार सप्लायर
सलीम बेहद शातिर है। वैसे तो वो स्कूल ड्रापआउट है। 8वीं के बाद स्कूल से निकला तो कभी पढ़ने नहीं गया। कुछ समय के लिए ड्राईवरी की और फिर वाहनों की चोरी करने लगा। उसके बाद जाफराबाद में बंदूक दिखाकर 20 लाख की डकैती की। उसके बाद वो हथियारों की तस्करी करने लगा। बुलंदशहर के दो भाईयों रिजवान और कुर्बान के साथ मिलकर उसने हथियारों की अवैध दुनिया में कदम रखा। जरायम में वो पीएचडी कर चुका है।
सलीम आखिरी बार 2018 में पुलिस की पकड़ में आया था। एक बार बाहर निकला तो वो फिर देश में कही नहीं दिखा। पुलिस को केवल उसकी खबरें मिलती रहीं। कभी पता चलता था कि वो पाकिस्तान में है तो कभी नेपाल। पुलिस ने मुखबिरों का नेटवर्क उसके पीछे लगाया पर ये नहीं पता था कि वो ऐसे किसी नेटवर्क से बहुत दूर जा चुका है।
पुलिस की पेशानी पर बल तब पड़ने शुरू हुए जब पता चला कि गैंगस्टरों के पास मौजूद जिगाना पिस्टल सलीम के जरिये आ रही हैं। पहले ये काम वो अपने गुर्गों के जरिये करता था लेकिन जब उनकी धर पकड़ होने लगी तो ये काम वो ड्रोन के जरिये करने लगा। पुलिस के पास जब ये बात पहुंची तो उसके कान खड़े हो गए। उसके बाद से वन प्लाइंट प्रोग्राम बनाया गया जिसमें सलीम को हर हाल में काबू किया जाना था।
जिगाना पिस्टल की खेप पहले नेपाल भेजी
सलीम पहले तस्करी के लिए सड़कों का इस्तेमाल करता था। पाकिस्तान से जिगाना पिस्टल की खेप पहले नेपाल भेजी जाती है। वहां इसके पार्ट्स अलग कर दिए जाते थे और फिर इनको कार में छिपाकर भारत लाया जाता है। कार में इसके लिए खास जगह बनाई जाती थी। भारत पहुंचने पर पार्ट्स को असेंबल कर दिया जाता था। लेकिन जब ये तरीका पकड़ में आने लगा तो सलीम ने नया तरीका इजाद कर लिया। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पिस्टल पंजाब के बॉर्डर पर गिराई जाने लगीं। फिर वहां से देशभर में सप्लाई होती। ड्रोन से लाई गई पिस्टल नेपाल वाली पिस्टल से सस्ती होती है। ये करीब 4 लाख में मिल जाती हैं जबकि नेपाल से आने वाली 6 लाख तक की पड़ती है। ड्रोन वाली पिस्टल की मांग बढ़ी तो सलीम पुलिस के लिए और ज्यादा बड़ा सिरदर्द बनने लग गया।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि सलीम की मदद के बगैर गैंगस्टर एक कदम भी नहीं चल सकते। 2018 में जब वो पकड़ा गया था तब उसके पास से 26 विदेशी पिस्टलों के साथ 800 कारतूस मिले थे। उस समय उसे हल्के में ले लिया गय। वो जेल से बाहर आया तो उसकी निगरानी नहीं कराई गई। सिस्टम की खामी की वजह से वो विदेश चला गया। लेकिन अब पुलिस उसका नेटवर्क नेस्तनाबूद करने का मन बना चुकी है। एक सीनियर अफसर ने कहा कि बड़ी मुश्किल से पकड़ में आया है। अबकि बार इसको जेल से बाहर ही नहीं निकलने देंगे। अगर ये जेल में रहा तो गैंगस्टरों का नेटवर्क खत्म करने में काफी आसानी होगी। arms smuggling India | Indian Crime News | most wanted arms supplier | Saleem Pistol story