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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क । पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को एक बार फिर चरम पर पहुंचा दिया है। इस हमले के बाद भारत ने कई बड़े कदम उठाए, जिनमें सिंधु जल संधि को रद्द करने और अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट को बंद करने जैसे फैसले शामिल हैं।
भारत की इन कार्रवाइयों से बौखलाए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कड़ा रुख अपनाते हुए भारत को चेतावनी दी है। उन्होंने दावा किया है कि पाकिस्तान ने बलूचिस्तान में एक और भारतीय एजेंट को गिरफ्तार किया है, जो कुलभूषण जाधव मामले जैसा है। इसके साथ ही उन्होंने भारत को कमजोर न समझने की धमकी दी है।
पहलगाम हमले ने बढ़ाया तनाव
कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने दोनों देशों के बीच पहले से मौजूद तनाव को और बढ़ा दिया है। इस हमले में कई लोगों की जान गई और सुरक्षा बलों को निशाना बनाया गया। भारत ने इस हमले का जिम्मेदार पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों को ठहराया है।
जवाब में भारत ने कई सख्त कदम उठाए। इनमें सबसे बड़ा कदम सिंधु जल संधि को रद्द करने की घोषणा है, जो दोनों देशों के बीच पानी के बंटवारे को नियंत्रित करती है। इसके अलावा, भारत ने अटारी-वाघा बॉर्डर पर चेकपोस्ट को बंद कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार और आवागमन पर असर पड़ा है।
पाक रक्षा मंत्री का दावा: एक और भारतीय एजेंट पकड़ा
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत के इन कदमों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान ने बलूचिस्तान में एक भारतीय एजेंट को गिरफ्तार किया है। आसिफ ने दावा किया कि यह मामला कुलभूषण जाधव जैसा ही है, जिसे पाकिस्तान ने 2016 में बलूचिस्तान से पकड़ने का दावा किया था। हालांकि, उन्होंने गिरफ्तार व्यक्ति का नाम या अन्य जानकारी साझा नहीं की।
पाकिस्तानी मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, गिरफ्तार व्यक्ति का नाम अशोक चतुर्वेदी है। दावा है कि इस व्यक्ति को ईरान-अफगानिस्तान सीमा के पास से पकड़ा गया।
पाकिस्तान का आरोप है कि चतुर्वेदी बलूचिस्तान में आतंकी गतिविधियों में शामिल था और उसे भारत से निर्देश मिल रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चतुर्वेदी को उसके हैंडलर से मिलने के बहाने बुलाकर गिरफ्तार किया गया। हालांकि, इन दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है।
कुलभूषण जाधव का जिक्र
ख्वाजा आसिफ ने अपने बयान में कुलभूषण जाधव का जिक्र करते हुए कहा कि यह नया मामला उसी तरह का है। पाकिस्तान ने 2016 में जाधव को बलूचिस्तान से गिरफ्तार करने का दावा किया था और उन पर जासूसी और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया था।
जाधव को पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी, लेकिन भारत ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया था। यह मामला अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) तक पहुंचा, जहां भारत ने जाधव की सजा पर रोक लगाने की मांग की।
अभिनंदन का नाम लेकर दी धमकी
पाक रक्षा मंत्री ने भारत को चेतावनी देते हुए विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद अभिनंदन ने पाकिस्तानी वायु सीमा का उल्लंघन किया था, जिसके बाद पाकिस्तान ने उन्हें हिरासत में लिया था। आसिफ ने कहा, "हमने दुनिया को दिखा दिया कि हमारी सेना किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है। भारत हमें कमजोर न समझे।"
सिंधु जल संधि पर विवाद
आसिफ ने भारत के सिंधु जल संधि को रद्द करने के फैसले पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भारत इस संधि को एकतरफा तरीके से खत्म नहीं कर सकता। सिंधु जल संधि 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई थी, जिसके तहत सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के पानी का बंटवारा होता है। यह संधि दोनों देशों के बीच लंबे समय से विवाद का विषय रही है, लेकिन इसे रद्द करने का भारत का फैसला पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है। आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाएगा।
आतंकवाद पर पाकिस्तान का दावा
आसिफ ने अपने बयान में आतंकवाद के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ सख्ती से लड़ रहा है और भारत में होने वाले आतंकी हमलों की निंदा करता है। हालांकि, उन्होंने भारत के उन आरोपों को खारिज किया, जिसमें पाकिस्तान पर आतंकवाद को समर्थन देने की बात कही जाती है। आसिफ ने कहा, "भारत जिस तरह हमारे ऊपर आरोप लगाता है, उनके कोई सबूत नहीं हैं। हम अपनी जमीन और हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे।"
भारत का रुख
भारत ने पहलगाम हमले के बाद साफ कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करेगा। भारत ने पाकिस्तान से आतंकी संगठनों के खिलाफ ठोस कार्रवाही की मांग की है। इसके अलावा, भारत ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को आतंकवाद के समर्थन के लिए जिम्मेदार ठहराने की बात कही है।
दोनों देशों के बीच बढ़ता तनाव
पहलगाम हमले और उसके बाद दोनों देशों की ओर से उठाए गए कदमों ने तनाव को और बढ़ा दिया है। भारत के सख्त रुख और पाकिस्तान की धमकियों ने दोनों देशों के बीच बातचीत की संभावनाओं को और कम कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दोनों देशों ने अपने रुख में नरमी नहीं बरती, तो यह तनाव और गहरा सकता है।
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। भारत के सख्त कदमों और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री की धमकियों ने स्थिति को और जटिल बना दिया है।
पाकिस्तान का एक और भारतीय एजेंट को पकड़ने का दावा और कुलभूषण जाधव जैसे मामलों का जिक्र दोनों देशों के बीच अविश्वास को और बढ़ा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि दोनों देश तनाव कम करने के लिए कूटनीतिक रास्ते अपनाएं और क्षेत्र में शांति बनाए रखने की कोशिश करें। India vs Pakistan | India Pakistan Relations | highlights india vs pakistan |