नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ 27 अप्रैल से रावलपिंडी के आर्मी अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन सरकार ने इस जानकारी को मीडिया और जनता से छुपाने का आदेश दिया था। हालांकि, यह खबर लीक हो गई है और अब पाकिस्तान में इसकी चर्चा हो रही है।
क्या है पूरा मामला ?
लीक हुए दस्तावेजों के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को 27 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी सेहत को लेकर सरकार ने पूरी गोपनीयता बरतने का निर्देश दिया था। अस्पताल प्रशासन को भी यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था कि इसकी जानकारी मीडिया या आम जनता तक न पहुंचे।
हालांकि, यह जानकारी लीक हो गई और अब पाकिस्तानी मीडिया में इसकी खबरें आ रही हैं। लीक हुए दस्तावेज में साफ तौर पर लिखा है कि प्रधानमंत्री की सेहत के बारे में किसी को भी जानकारी न दी जाए।
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शहबाज शरीफ की सेहत कैसी है?
अभी तक सरकार या अस्पताल की ओर से शहबाज शरीफ की सेहत को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि, कुछ सूत्रों का कहना है कि उन्हें हल्की बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया होगा, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि यह कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या भी हो सकती है।
पाकिस्तान में राजनीतिक हालात पहले से ही तनावपूर्ण हैं, और प्रधानमंत्री के अस्पताल में भर्ती होने की खबर ने नई चिंताएं पैदा कर दी हैं। कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर सरकार ने इस जानकारी को छुपाने की कोशिश क्यों की?
सरकार ने क्यों छुपाई खबर?
पाकिस्तानी सरकार की ओर से इस मामले में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं...
राजनीतिक अस्थिरता का डर: पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री की सेहत को लेकर अफवाहें फैलने से सरकार को नुकसान हो सकता था।
सैन्य नेतृत्व का दबाव: पाकिस्तान में सेना का राजनीति पर गहरा प्रभाव है। हो सकता है कि सेना ने ही इस जानकारी को दबाने का आदेश दिया हो।
शहबाज शरीफ की छवि: अगर प्रधानमंत्री की सेहत गंभीर होती, तो इससे उनकी छवि को नुकसान पहुंच सकता था।
पाकिस्तानी मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया
खबर लीक होने के बाद पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा तेज हो गई है। कई लोग सरकार की गोपनीयता की नीति पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि नेताओं की निजी जिंदगी का सम्मान किया जाना चाहिए।
विपक्षी नेता भी इस मामले में सरकार से जवाब मांग रहे हैं। उनका कहना है कि अगर प्रधानमंत्री की सेहत ठीक नहीं है, तो जनता को इसकी सही जानकारी दी जानी चाहिए।
अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन शहबाज शरीफ के अस्पताल में भर्ती होने की खबर ने पाकिस्तान में नए सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार ने जानबूझकर इस जानकारी को छुपाने की कोशिश की, लेकिन लीक होने के बाद अब यह मामला सार्वजनिक हो चुका है। आने वाले दिनों में इसके और खुलासे हो सकते हैं।
अगर शहबाज शरीफ की सेहत गंभीर है, तो यह पाकिस्तान की राजनीति के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। फिलहाल, पूरा देश उनके स्वास्थ्य के बारे में आधिकारिक जानकारी का इंतजार कर रहा है। pakistan pm | hospital |