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Photograph: (file)
औरंगजेब पर मचे हंगामे के बीच दिशा सालियान की मौत का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। आने वाले दिनों में यह महाराष्ट्र की राजनीति में नया तूफान लाने वाला है। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियान की मौत के मामले में एक नया मोड़ उस वक्त आया है कि जब दिशा के पिता सतीश सालियान अब बॉम्बे हाई कोर्ट पहुंचे हैं, जहां उन्होंने मांग की है कि उनकी बेटी की मौत की जांच नए सिरे से की जाए। उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की है।
#WATCH पटना: दिशा सालियान मामले पर दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने कहा, "पहले दिशा सालियान के पिता ने कहा था वे कुछ नहीं जानते हैं आत्महत्या ही होगी। बाद में किस बात पर वे कह रह हे हैं कि ये आत्महत्या नहीं हत्या है ये मुझे नहीं पता... उन्होंने जो किया है ठीक किया है।… pic.twitter.com/CJ0YI5Fv9J
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 20, 2025
पिता का गंभीर आरोप
न्यूज एजेंसी के अनुसार, दिशा सालियान के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी के साथ पहले रेप किया गया था और फिर उसका मर्डर कर दिया गया। उन्होंने दावा किया कि कुछ प्रभावशाली लोगों को बचाने के लिए इस मामले में राजनीतिक रूप से साजिश की गई है। सतीश सालियान ने हाईकोर्ट से अपील की है कि उनकी बेटी की मौत की इन्वेस्टीगेशन सीबीआई को ट्रांसफर कर दी जाए।
ठाकरे की हिमायत में बोले संजय राउत
दिशा सान्याल के पिता के आरोपों पर शिव सेना नेता संजय राउत ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ये मर्डर नहीं, एक्सीडेंट ही था। 5 साल बाद याचिका दाखिल की गई, उसके पीछे क्या राजनीति थी? ये औरंगजेब की कब्र खोदना चाहते थे लेकिन औरंगजेब इनके कंधे पर आकर बैठ गया। औरंगजेब से छुटकारा पाना के लिए सरकार दिशा का सहारा ले रही है। शिवसेना यूबीटी आक्रामक तरीके से राज्य के मुद्दे उठा रही है। इसलिए आदित्य ठाकरे को बदनाम करने की कोशिश चल रही है. दिशा सालियान के पिता के पीछे कोई है।
क्या था मामला?
बता दें कि 8 जून, 2020 को एक इमारत की 14वीं मंजिल से गिरने के बाद दिशा सालियान की मौत हो गई थी। पुलिस ने तब एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट (ADR) का मामला दर्ज किया था. दिशा बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर थीं. दिशा की मौत के 6 दिन बाद ही14 जून, 2020 को सुशांत भी अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे।
आने वाले दिनों में, यदि कोर्ट इस याचिका पर सुनवाई शुरू करता है या SIT/CBI जांच के आदेश देता है, तो यह मामला महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा तूफान खड़ा कर सकता है। यह ठाकरे गुट और बीजेपी के बीच पहले से चली आ रही तनातनी को और तेज कर सकता है, खासकर तब जब विधानसभा सत्र चल रहा हो। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह मामला कितना आगे बढ़ेगा या इसका राजनीतिक असर क्या होगा।