महाकुंभ नगर, वाईबीएन नेटवर्क।
IIT Baba Abhay Singh: महाकुंभ के बीच आईआईटी वाले बाबा सुर्खियों में छाये हुए हैं। आईआईटी वाले बाबा के नाम से मशहूर होने वाले अभय सिंह कई मुद्दों पर अपनी राय रख रहे हैं, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं। अब आईआईटी वाले बाबा ने सुसाइड और डिप्रेशन को रोकने का उपाय बताया है।
कौन हैं आईआईटी वाले बाबा?
हरियाणा के झज्जर के रहने वाले अभय सिंह ने आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की थी। इसके बाद उन्होंने अपना करियर छोड़कर सन्यास ले लिया और बाबा बन गए। आईआईटी वाले बाबा अभय सिंह ने कहा कि मैंने चार साल तक आईआईटी-बॉम्बे में पढ़ाई की, लेकिन कुछ कमी थी। जल्द ही मुझे आर्ट और फोटोग्राफी में रुचि हो गई। प्रवेश परीक्षा पास करने के लिए मुझे 1 साल तक एक कोचिंग सेंटर में भौतिकी पढ़ाना पड़ा। इसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि आध्यात्मिक खोज ही उनका मकसद है। जिसके बाद वे आध्यात्म की यात्रा पर चल पड़े। अभय सिंह अब जूना अखाड़े के सदस्यों के साथ महाकुंभ आये हैं।
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अभय सिंह ने बताया डिप्रेशन का उपाय
आजकल के युवाओं में डिप्रेशन बड़ी समस्या बन गया है। आईआईटी वाले बाबा अभय सिंह भी बचपन के घरेलू ट्रॉमा की वजह से डिप्रेशन का शिकार रहे हैं। अब वे डिप्रेशन से उबरकर सन्यासी बन चुके हैं। उनकी मुस्कान लोगों को प्रेरित करती है। अब अभय सिंह ने डिप्रेशन को रोकने का उपाय बताया है। आईआईटी वाले बाबा अभय सिंह का कहना है कि केवल शिक्षा प्रणाली और आध्यात्मिकता में बदलाव ही छात्रों की आत्महत्या और अवसाद को रोक सकता है। उन्होंने कहा कि हमें इस दिशा में काम करने की जरूरत है।
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जूना अखाड़े से निकाले गए आईआईटियन बाबा
आपको बता दें कि आईआईटी वाले बाबा अभय सिंह को जूना अखाड़े के शिविर से बाहर कर दिया गया है। उनके ऊपर अपने गुरु के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप है। जूना अखाड़े के सदस्यों के दावा है कि अभय सिंह साधु नहीं थे, बल्कि साधु बनकर घूम रहे थे।
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