नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । पैसिफिक में अमेरिका और चीन की तनातनी नए मुकाम पर पहुंच चुकी है। अब अमेरिका ने एक ऐसा खतरनाक हथियार मैदान में उतार दिया है जो चीन की हर चाल पर पानी फेर सकता है। इसका नाम है NEMESIS- एक ऐसी मिसाइल प्रणाली जो दुश्मन को भनक तक नहीं लगने देती। फिलीपींस के जिस द्वीप पर इसे तैनात किया गया है, वह ताइवान से महज 120 मील दूर है। क्या ये अमेरिका की एशिया में वापसी की घोषणा है? आइए समझते हैं पूरी कहानी।
पैसिफिक में चीन की बढ़ती मौजूदगी और सैन्य विस्तार को रोकने के लिए अमेरिका ने अब 'NEMESIS' नामक नई मिसाइल प्रणाली को फिलीपींस के बटान द्वीप पर तैनात किया है। यह सिस्टम बेहद उन्नत और खतरनाक माना जा रहा है। यह खबर उस समय आई है जब अमेरिका और चीन के बीच ताइवान को लेकर तनाव चरम पर है। अब यह नया अमेरिकी दांव, पूरे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की सैन्य रणनीति को पलट सकता है।
क्यों खास है NEMESIS मिसाइल सिस्टम?
- NEMESIS यानी Navy-Marine Expeditionary Ship Interdiction System
- यह मिसाइल सिस्टम रिमोट कंट्रोल ट्रक पर लगाया गया है, जो आसानी से दुर्गम इलाकों में पहुंच सकता है।
- इसका काम है दुश्मन के जहाजों को निशाना बनाना, बिना अपनी लोकेशन खोले।
- इसमें लगे सेंसर्स और टारगेटिंग टेक्नोलॉजी इसे अदृश्य बना देते हैं।
- 120 मील दूर ताइवान से इसकी तैनाती चीन के लिए सीधा संदेश है- अब अमेरिका पीछे नहीं हटेगा।
क्यों चुना गया फिलीपींस का बटान द्वीप?
- बटान द्वीप ताइवान से सिर्फ 120 मील दूर है, जो रणनीतिक रूप से बेहद अहम जगह है।
- अमेरिका ने फिलीपींस से सैन्य साझेदारी को नया आयाम दिया है, ताकि चीन की हरकतों पर कड़ी निगरानी रखी जा सके।
- यहां से NEMESIS की रेंज दक्षिण चीन सागर तक पहुंच सकती है, जो चीन की नौसैनिक ताकत का केंद्र है।
अमेरिका की नई रणनीति: "छुपकर हमला करो"
अब अमेरिका खुले युद्ध के बजाय गोपनीय और चौंकाने वाले हमलों की नीति अपना रहा है। NEMESIS इसी का हिस्सा है- एक ऐसा सिस्टम जिसे कहीं भी उतारा जा सकता है, बिना किसी स्थायी सैन्य अड्डे के। इससे अमेरिका अपने विरोधियों को अचानक, अप्रत्याशित और दूर से जवाब दे सकता है।
/young-bharat-news/media/media_files/2025/05/26/0vqTrd6Fj8EZvhWvGLAS.jpg)
चीन को क्यों हो रही है चिंता?
- चीन पैसिफिक क्षेत्र में खुद को सुपरपावर साबित करने में लगा है।
- लेकिन अमेरिका का यह नया कदम उसके "वन चाइना पॉलिसी" और ताइवान पर दावा करने की नीति को चुनौती देता है।
- NEMESIS की मौजूदगी चीन के साउथ चाइना सी के मिशन को भी रोक सकती है।
- अमेरिकी सैन्य विश्लेषकों के अनुसार, यह चीन की रणनीतिक योजना में गड़बड़ी पैदा कर देगा।
अमेरिका और सहयोगी देशों के रिश्तों में नई जान
- अमेरिका की यह तैनाती सिर्फ एक सैन्य कदम नहीं, बल्कि राजनयिक संकेत भी है।
- यह दर्शाता है कि अमेरिका फिलीपींस, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसे मित्र देशों के साथ मिलकर चीन को घेरने की रणनीति बना रहा है।
- Indo-Pacific क्षेत्र में Quad और AUKUS जैसे समझौतों को यह तैनाती और मजबूत करेगी।
क्या कहती है विशेषज्ञों की राय?
- कई रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि NEMESIS अमेरिका की नवीनतम रणनीतिक सोच का उदाहरण है।
- यह चीन की हरकतों पर मानसिक और सैन्य दबाव बनाने के लिए अहम है।
- अगर जरूरत पड़ी तो यह सिस्टम चीन के नौसैनिक ठिकानों पर हमला करने में सक्षम है।
क्या एशिया में शीत युद्ध की आहट है?
- NEMESIS की तैनाती केवल एक मिसाइल सिस्टम की शुरुआत नहीं, बल्कि एशिया में नई भू-राजनीतिक लड़ाई की शुरुआत मानी जा रही है।
- अब यह साफ है कि अमेरिका ताइवान और दक्षिण चीन सागर को लेकर किसी भी हालत में पीछे हटने को तैयार नहीं है।
- यह तैनाती आने वाले समय में पैसिफिक में शक्ति संतुलन बदल सकती है।
क्या आप इससे सहमत हैं? अमेरिका की यह रणनीति सही है या खतरनाक? कमेंट में अपनी राय जरूर दें।
china | china news today | China responds to US | china-us relations | missile |