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Generation Beta क्या है, कैसे रखे जाते हैं पीढ़ियों के नाम, जानिए

1 जनवरी, 2025 के बाद पैदा हुए बच्चों को जेनरेशन बीटा नाम दिया गया है। पीढ़ियों के नाम की एक प्रक्रिया होती है। कैसे रखे जाते हैं पीढ़ियों के नाम और इससे पहले की पीढ़ियों का नाम क्या था, जानिए इस बारे में...

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Aditya Pujan
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Generation Beta

Generation Beta

नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
1 जनवरी को केवल साल ही नहीं बदला, बल्कि बहुत कुछ बदल गया है। और तो और, नए साल में पैदा होने वाले बच्चों की पीढ़ी भी बदल गई है। 1 जनवरी, 2025 के बाद पैदा होने वाले बच्चों को बीटा जेनरेशन नाम दिया गया है। अब आप यदि ये सोच रहे हों कि बीटा जेनरेशन क्या होता है तो आपको ये भी बता दें कि 31 दिसंबर, 2024 तक पैदा हुए लोगों को जेनरेशन अल्फा के नाम से जाना जाता था। 

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आमतौर पर किसी भी जेनरेशन का नाम उस वक्त के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक घटनाओं के आधार पर तय किया जाता है। किसी जेनरेशन की शुरुआत और अंत उस समय की की कोई बड़ी घटना  (युद्ध, आर्थिक वृद्धि या फिर कोई बड़ा तकनीकी बदलाव) के आधार पर रखा जाता है। ये जेनरेशन आमतौर पर 15-20 साल की अवधि की होती हैं। आइए जानते हैं अब तक की जेनरेशन के नाम और उनके पीछे की कहानी... 

The Greatest Generation (GI जेनरेशन): 1901-1927

1901 से 1927 के बीच पैदा होने वाली जेनरेशन को The Greatest Generation के नाम से जाना जाता है। इस जेनरेशन के ज्यादातर लोगों ने द ग्रेट डिप्रेशन (महामंदी) का दुख झेला था। इस समय पैदा होने वाले ज्यादातर बच्चे सैनिक बने और World War 2 में भाग लिया। इस समय अपने परिवार का पालन-पोषण करना एक उपलब्धि माना जाता था। इस पीढ़ी का अपने काम पर काफी ज्यादा फोकस था, जो उनकी पहचान बन गई। 

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The Silent Generation: 1928-1945

महामंदी और World War 2 के परिणामों के कारण इस जेनरेशन को  The Silent Generation के नाम से जाना जाता है। इस जेनरेशन में पैदा हुए लोग मेहनती और आत्मनिर्भर माने जाते थे।

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Baby Boomers generation: 1946-1964

इस जेनरेशन का नाम बेबी बूमर्स World War 2 के बाद जनसंख्या में भारी वृद्धि के कारण रखा गया। इस जेनरेशन ने आधुनिकता को अपनाया। बेबी बूमर्स जेनरेशन के लोगों ने अपने बच्चे को नए तरीके से बड़ा किया। इनके लिए टेक्नोलॉजी नई थी। 

जेनरेशन X: 1965-1980

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जेनरेशन X के लिए भी टेक्नोलॉजी नई थी। इस युग में इंटरनेट और वीडियो गेम की शुरुआत हुई। इस जेनरेशन के लोग तेजी से बदलती दुनिया में बड़े हुए थे। इस पीढ़ी के पैरेंट्स ने अपने बच्चों को हर तरह की सुविधा देने की कोशिश की। 

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 मिलेनियल्स या जेनरेशन Y: 1981-1996

जेनरेशन Y को मिलेनियल्स नाम से जाना जाता है। इस जेनरेशन के लोगों ने सब से ज्यादा बदलाव को देखा और सीखा है। इस पीढ़ी की सबसे बड़ी खूबी ये है कि इसने बदलती टेक्नोलॉजी के साथ खुद को अपडेट किया है। 

जेनरेशन Z: 1997-2009

इस जेनरेशन को जन्म के तुरंत बाद ही इंटरनेट और सोशल मीडिया जैसा प्लेटफॉर्म मिल गया था। डिजिटल युग में पली-बढ़ी यह पीढ़ी स्मार्टफोन और इंटरनेट के बिना जीने की कल्पना भी नहीं करती। इस जेनरेशन को अच्छे से पता है कि डिजिटल युग में सोशल मीडिया का अपने फायदे के लिए कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं। 

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जेनरेशन अल्फा: 2010-2024

यह पहली पीढ़ी है जिनके जन्म से पहले ही सोशल मीडिया और इंटरनेट प्लेटफॉर्म था। ये सबसे कम उम्र की नई पीढ़ी है। इस जेनरेशन के बच्चों के माता-पिता इंटरनेट, मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के साथ बड़े हुए हैं। 

जेनरेशन बीटा: 2025-2039

1 जनवरी 2025 से जेनरेशन बीटा का दौर शुरू हुआ है। साल 2025 में जिन बच्चों का जन्म होगा उन्हें 'बीटा किड्स' कहा जाएगा। ये बच्चे ऐसी दुनिया में बड़े होंगे जहां टेक्नोलॉजी जिंदगी का एक अहम हिस्सा होगी। जेनरेशन बीटा के जीवन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दखल ज्यादा होगा।

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