Advertisment

Illegal mining को लेकर उत्तराखंड में ग्रामीणों ने खुद खोला मोर्चा, अवैध खनन ने उड़ा रखी है नींद

उत्तराखंड में बढ़ रहे रेत खनन को लेकर वहां के लोग जागरूक हो रहे है। खासकर हरिद्वार जैसे मैदानी इलाकों में जागरूक लोग पर्यावरण को खतरा मानते हुए अधिकारी के सामने शिकायत लेकर पहुंच रहे है। इसका असर भी देखा जा सकता है।

author-image
YBN News
एडिट
soil erosion
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

हरिद्वार,वाईबीएन नेटवर्क

Advertisment

उत्‍तराखंड में बढ रहे रेत खनन को लेकर वहां के लोग जागरूक हो रहे हैं। खासकर हरिद्वार जैसे मैदानी इलाकों में जागरूक लोग पर्यावरण को खतरा मानते हुए अधिकारी के सामन्शि कायत लेकर पहुंच  रहे है। हरिद्वार में क्षेत्र मे लगातार हो रहे अवैध खनन के खिलाफ अब ग्रामवासियों ने जिलाधिकारी को प्रार्थनापत्र देकर अवैध खनन रोकने कि गुहार लगाईं है, ग्राम वासियों द्वारा लिखिर प्राथना पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी क़ो क्षेत्र मे बढ़ रहे अवैध खनन के खिलाफ पूर्ण जानकारी दी गई है,उनका कहना है कि दिन हो या रात रोशनाबाद नवोदय नगर ओर हेत्तमपुर कि नदियों मे खुले आम खनन माफियाओं द्वारा अवैध खनन क़ो अंजाम दिया जा रहा है।

यह भी पढे;Politics : 'बाबासाहेब के अनुयायी किसी बहकावे में आने वाले नहीं हैं', उदित राज के बयान पर मायावती का पलटवार

रात भर सोने नहीं देती रेत ढोने वाले अवैध वाहन

Advertisment

रात 7 बजे से सुबह 5 बजे तक इस इलाके में अवैध वाहनों का कब्‍जा रहता है। बता दें कि पिछले कुछ समय से रोशनाबाद क्षेत्र मे खनन माफियाओं ने नदियों मे कोहराम मचा डाला है ऐसे दो दर्जन ट्रेक्टर से भी ऊपर है जो नदियों मे खूब उत्पात मचा रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके अवैध वाहनों के रात भर चलने से यहां के लोग ठीक ढंग से सो नहीं पाते है।

नदियों में उतारी जा रही पोकलैंड मशीनें

इलाके में अवैध रेत उठाने वाले नदियों मे जेसीबी माशीन तक उतारने से नही चूक रहे जो मात्र तीन मिनट मे ट्राली भरकर नदी से चलती कर देती है। एक दिनों सैकडों वाहनों से रेत ढेाया जा रहा है। यह स्थिति तब है जब क्षेत्र की नदियों मे ना तो अवैध खनन की मंजूरी है ओर ना ही नदियों मे पोकलेण्ड और जेसीबी चलाने की।

Advertisment

विरोध करने पर ग्रामीणों को धमकाया जाता है

अब सवाल ये भी है कि रोशनाबाद के जिस क्षेत्र कि नदियों मे खुलेआम व बेधडक कानून कि धज्जियाँ उड़ाकर अवैध खनन क़ो अंजाम दिया जा रहा है ज़ब यहाँ ये हाल है तो थोड़ा दूर दराज के क्षेत्रों मे क्या स्तिथि होगी इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है,ग्रामवासी अगर इन्हे समझाने या रोकने का प्रयास करते है तो खनन माफिया एकजुट होकर उनसे गाली गलोच करते हुए उनसे उलझ पड़ते है, जिस कारण ग्रामवासी पीछे हटने क़ो मजबूर हो रहे है।

Advertisment
Advertisment