टनकपुर, वाईबीएन नेटवर्क।
अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड में भी स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगाने का विरोध बढ रहा है। ताजा मामला चंपावत जिले के टनकपुर की मनिहारी गोठ ग्राम पंचायत का है। यहां ग्रामीणों ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने का कड़ा विरोध किया है। टनकपुर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के विरोध का यह पहला मामला है। मामले में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजकर एतराज जताया है।
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बिजली कंपनी पर सूचना न देने का आरोप
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजे ज्ञापन में कहा है कि बिजली कंपनी बिना किसी पूर्व सूचना के ग्राम पंचायत में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने पहुंच गई जबकि पूर्णागिरी तहसील के किसी भी गांव में इस तरह के मीटर नहीं लगाए गए हैं। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि नए मीटर लगाने के बजाय पुराने मीटरों से ही रीडिंग ली जाए।
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ग्रामीणों ने चुनाव में विरोध की चेतावनी दी
ग्रामीण अफजल हुसैन ने बताया यह स्मार्ट मीटर रिचार्ज करने वाले मीटर हैं। आगे चलकर इस मीटर की वजह से गरीब आम जनता को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं, इसलिए मनिहारीगोठ के ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं, जिसको लेकर आज सोमवार को काफी संख्या में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम एक ज्ञापन दिया है। अगर हमारी मांग पूरी नहीं होती हैं तो आने वाले विधानसभा चुनाव में हम सभी ग्रामीण विरोध करने के लिए बाध्य होंगे।
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उद्योगों में पहले से स्मार्ट प्रीपेड मीटर
उत्तराखंड में गैस लाइन व पानी के मीटर की तरह बिजली के लिए प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं। उत्तराखंड में करीब 30 लाख उपभोक्ता हैं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली उपभोक्ता मोबाइल रिचार्ज की तरह बिजली इस्तेमाल करेंगे। उत्तराखंड के उद्योगों में पहले से स्मार्ट प्रीपेड मीटर का इस्तेमाल हो रहा है। यूपीसीएल अब दूसरे बिजली उपभोक्ताओं को भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बिजली देने की तैयारी में लगी है।
टनकपुर से विनोद पाल की रिपोर्ट।