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Third World War की आहट! Russia का 'खतरनाक खेल', America-Europe में मची खलबली!

रूस ने अमेरिका और यूरोप के खिलाफ एक 'शैडो वॉर' छेड़ा है, जो साइबर हमलों, तोड़फोड़ और जासूसी से संचालित है, जिससे तीसरे विश्व युद्ध की आशंका बढ़ी है।

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Ajit Kumar Pandey
THIRLD WORLD WAR

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वॉशिंगटन, वाईबीएन नेटवर्क ।

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world war : दुनिया एक खतरनाक मोड़ पर खड़ी है। america के एक थिंक टैंक ने सनसनीखेज दावा किया है कि russia ने अमेरिका और europe के खिलाफ एक 'शैडो वॉर' छेड़ दिया है। यह युद्ध cyber attack, तोड़फोड़ और जासूसी के साए में लड़ा जा रहा है, जिसका मकसद यूक्रेन को मिलने वाली पश्चिमी देशों की मदद को कमजोर करना है। इस दावे ने दुनिया को चौंका दिया है और विशेषज्ञों के बीच तीसरे विश्व युद्ध की आशंका को जन्म दिया है।

यूरोप में धमाके, साइबर हमले और काटे जा रहे हैं केबल 

सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (CSIS) की रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोप में सैन्य ठिकानों पर रहस्यमय धमाके, सरकारी ईमेल हैक और समुद्र के नीचे के केबल काटने जैसी घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। 2022 में यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से, ऐसे हमलों में तीन गुना वृद्धि हुई है। विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि रूस के ये कदम यूक्रेन के सहयोगियों को डराने के लिए हैं। यदि यूक्रेन में रूस मजबूत होता है, तो ये स्थिति और भी बदतर हो सकती है।

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नाटो सहयोगियों के लिए खतरे की घंटी

CSIS के अनुसार, रूस का 'शैडो वॉर' नाटो सहयोगियों और वैश्विक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। रूस ऊर्जा ग्रिड और परिवहन नेटवर्क जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहा है, जिससे उत्तरी अमेरिका से जुड़े सिस्टम भी खतरे में आ सकते हैं। 'कोजी बीयर' जैसे रूसी समूह अमेरिकी एजेंसियों पर लगातार साइबर हमले कर रहे हैं, जिसका असर कनाडा जैसे देशों पर भी पड़ सकता है। कनाडा, यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान कर रहा है, इसलिए उसे भी साइबर हमलों का सामना करना पड़ सकता है। ये हमले कनाडा के चुनावों या बुनियादी ढांचे को भी निशाना बना सकते हैं।

कनाडा पर भी मंडरा रहा है खतरा

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रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि रूस हाइब्रिड युद्ध के तरीकों का इस्तेमाल कर सकता है, जिसमें कनाडा जैसे देशों में हस्तक्षेप करना भी शामिल है। यूक्रेन के लिए अमेरिकी सैन्य सहायता में कटौती से ट्रांस अटलांटिक गठबंधन पर दबाव बढ़ रहा है और रूस के हमलों का जवाब देने में मुश्किलें आ रही हैं। CSIS ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों पर भी चिंता जताई है। ट्रंप के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अच्छे संबंधों की चाहत से यूक्रेन को समर्थन घट सकता है।

तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका

CSIS के इस दावे के बाद, विशेषज्ञों ने सवाल उठाया है कि क्या दुनिया का बड़ा हिस्सा तीसरे विश्व युद्ध में उलझ चुका है? क्या यह युद्ध अब सिर्फ यूक्रेन तक सीमित नहीं है? क्या रूस के 'शैडो वॉर' ने दुनिया को एक नए और खतरनाक मोड़ पर ला खड़ा किया है?

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रूस का 'शैडो वॉर'- एक खतरनाक रणनीति

रूस का 'शैडो वॉर' एक खतरनाक रणनीति है, जिसमें पारंपरिक युद्ध के तरीकों के साथ-साथ साइबर हमले, तोड़फोड़ और जासूसी का इस्तेमाल किया जाता है। इसका मकसद दुश्मन देशों को कमजोर करना और उनमें अराजकता फैलाना है। रूस इस रणनीति का इस्तेमाल करके यूक्रेन के सहयोगियों को डराने और उन्हें यूक्रेन को मदद देने से रोकने की कोशिश कर रहा है।

दुनिया के लिए खतरे की घंटी

रूस का 'शैडो वॉर' दुनिया के लिए खतरे की घंटी है। अगर रूस अपने इस खतरनाक खेल में कामयाब होता है, तो यह दुनिया को एक नए और विनाशकारी युद्ध की ओर धकेल सकता है। अमेरिका और यूरोप को रूस के इस खतरे का मुकाबला करने के लिए एकजुट होना होगा और यूक्रेन को हर संभव मदद देनी होगी।

तीसरे विश्वयुद्ध के मुहाने पर खड़ी है दुनिया ?

रूस के 'शैडो वॉर' ने दुनिया को एक गंभीर सवाल के सामने ला खड़ा किया है। क्या दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध के मुहाने पर खड़ी है? क्या हम एक ऐसे युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं जो हमारी कल्पना से भी परे होगा? इन सवालों का जवाब आने वाला समय ही देगा, लेकिन एक बात तय है कि दुनिया एक खतरनाक मोड़ पर खड़ी है।

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