पूरी दुनिया की नजर इस समय तीन साल से चल रहे
रूस- यूक्रेन युद्ध पर है।
रूस - अमेरिका युद्ध सुलझाने को लेकर 12 फरवरी से दोनों देश चार बार बात कर चुके हैं। इसी के साथ अमेरिका की यूक्रेन से भी बात हो रही है। मंगलवार को ट्रंप और पुतिन की टेलीफोन पर हुई वार्ता के
बाद बुधवार को जेलेंस्की की ओर ट्रंप को कॉल की गई ताकि पुतिन की साथ हुई उनकी वार्ता का अपडेट ले सकें।
एनर्जी ठिकानों का टारगेट नहीं करेगा रूस
रूस ने एक माह तक एनर्जी ठिकानों को टारगेट नहीं करने का वादा किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप से हुई करीब डेढ़ घंटे तक हुई
बातचीत के दौरान रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने ऐसा वादा किया है। हालांकि ट्रंप ने यह भी कहा कि बातचीत के पूरे मसौदे पर डिटेल अमेरिकी विदेश मंत्री रूबियों शेयर करेंगे। इसके एक बात पर बनी सहमति को भी सकारात्मक रूप में देखा जा रहा है।
“ऊर्जा सयंत्र अमेरिका के हवाले करो”
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से हुई बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि यूक्रेन अपने अपने सभी ऊर्जा सयंत्रों का स्वामित्व अमेरिका के हवाले कर दे, ऐसा करने से ऊर्जा सयंत्रों की सुरक्षा संभव हो सकेगी। ट्रंप ने कहा कि हम सही रास्ते पर हैं और उम्मीद है कि जल्द ही रूस- यूक्रेन विवाद में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
अमेरिकी विदेश मंत्री रूबियो और एनएसए माइक वाल्ट्स ने ट्रंप और जेलेंस्की के बीच हुई वार्ता का हवाला देते हुए व्हाइट हाउस से बयान जारी किया है। उन्होंने बताया कि ट्रंप ने जेलेंस्की से वार्ता के दौरान कहा है कि अमेरिका को ऊर्जा सयंत्रों के संचालन में महारथ हासिल है। उसके स्वामित्व में यूक्रेनी ऊर्जा सयंत्र पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे।
ट्र्रंप को पुतिन ने एक घंटे वेट कराया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप को रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन के एक घंटे से अधिक इंतजार कराया। हालांकि यह पुतिन की पहले से व्यस्तता के कारण हुआ। ट्रंप की ओर से मंगलवार को वार्ता के लिए 4 से 6 बजे तक का समय दिया गया था, लेकिन पुतिन की पहले से व्यापारियों और उद्यमियों के साथ बैठक लगी हुई थी, उन्हें संबोधित करने के बाद पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति पुतिन से वार्ता की।
जानिए कब- कब हुई रूस- अमेरिका वार्ता
रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से चल रहे युद्ध को रोकने के लिए माह से अधिक समय से प्रयास चल रहे हैं। इस बीच दोनों देशों की बीच चार दौर के
वार्ता हो चुकी है। 12 फरवरी को पहली बार इस मसले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन के बीच टेलीफोन पर वार्ता हुई थी। उसके बाद 27 फरवरी को इस्तांबुल में अमेरिकी और रूसी राजनयिकों के बीच बैठक हुई। इसके बाद 13 मार्च को ट्रंप के विशेष प्रतिनिधि विटकॉफ ने पुतिन से मुलाकात की। आखिरी बार मंगलवार को ट्रंप और पुतिन के बीच करीब डेढ़ घंटे तक सीजफायर को लेकर बात हुई।
शांत बहाली की दिशा में सकारात्मक कदम
ट्रंप की पुतिन और जेलेंस्की से हुई वार्ता के बाद रूस और यूक्रेन ने बुधवार को दोनों देशों ने बड़े पैमाने पर कैदियों की अदला-बदली की। रिपोर्ट के मुताबिक, कुल 175 कैदियों का आदान-प्रदान किया गया। यह युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार था जब दोनों देशों ने इस स्तर पर कैदियों का आदान-प्रदान किया, जो शांति बहाल करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।