"Waqf की जमीन पर बने अस्पताल-कॉलेज, एक संत ने PM मोदी को लिखा खून से पत्र!
मथुरा के हिंदू धर्म गुरु दिनेश फलाहारी ने प्रधानमंत्री मोदी को खून से पत्र लिखा, जिसमें वक्फ बोर्ड की जमीन पर अस्पताल और कॉलेज बनाने की मांग की गई है। पढ़ें पूरी खबर, जानें क्या है पूरा मामला ?
bill on waqf board | bjp waqf board | waqf amendment bill 2024 | pmmodi : लोकसभा में पेश हुए वक्फ संशोधन विधेयक 2024 ने एक बार फिर देशभर में बहस छेड़ दी है। इसी बीच, उत्तर प्रदेश के जिला मथुरा के एक हिंदू धर्म गुरु दिनेश शर्मा फलाहारी ने अपना खून निकालकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दर्द भरा पत्र लिखा है। उनकी मांग साफ है कि "वक्फ बोर्ड की जमीन छीनकर वहां अस्पताल, कॉलेज और पुलिस थाने बनाए जाएं, नहीं तो हिंदुओं का खून बहना तय है!"
"1947 में हिंदुओं के लिए हिंदुस्तान, मुसलमानों के लिए पाकिस्तान बना!"
श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा फलाहारी ने अपने खून से लिखे पत्र में PM मोदी से कहा कि "1947 में हिंदुओं के लिए हिंदुस्तान दिया गया, मुसलमानों के लिए जिन्ना ने पाकिस्तान ले लिया। लेकिन कांग्रेस ने वक्फ बोर्ड बनाकर हिंदुस्तान की बेशकीमती जमीन मुसलमानों को दे दी! यह धोखा है, षड्यंत्र है!"
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दिनेश शर्मा फलाहारी ने पत्र में आगे लिखा...
"प्रधानमंत्री जी, आप हिंदुओं की आखिरी उम्मीद हैं। वक्फ बोर्ड की अवैध संपत्ति की जांच करके इसे जनता के नाम कर दें। यहां अस्पताल, कॉलेज और पुलिस क्वार्टर बनें, ताकि गरीबों का भला हो!"
DINESH FALAHARI NE PM MODI KO LIKHA LETTER
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"वक्फ का समर्थन = देशद्रोह! ऐसे लोगों को पाकिस्तान भेजो!"
दिनेश शर्मा फलाहारी ने सख्त लहजे में कहा कि "जो कोई वक्फ बोर्ड का समर्थन करता है, वह देशद्रोही है। ऐसे लोगों पर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का केस बनना चाहिए। इन्हें पाकिस्तान भेज देना चाहिए, जहां ये मजार और मस्जिद बनाकर अपना भाईचारा दिखा सकें! हिंदुस्तान में इनका कोई स्थान नहीं!"
3 साल से अनशन पर! नंगे पैर, बिना भोजन के जीवन !
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दिनेश शर्मा फलाहारी कोई आम व्यक्ति नहीं हैं। 3 साल पहले उन्होंने प्रण लिया था कि "जब तक मथुरा की विवादित मस्जिद, श्रीकृष्ण जन्मभूमि से नहीं हटेगी, मैं अन्न-जल ग्रहण नहीं करूंगा!"
आज भी वह नंगे पैर घूमते हैं और अनशन पर हैं। उनका शरीर कमजोर हो चुका है, लेकिन संघर्ष की आग बुझी नहीं।
क्या होगा वक्फ संशोधन विधेयक का ?
सरकार अगर वक्फ जमीनों पर कड़ी कार्रवाई करती है, तो हिंदू संगठनों को बड़ी राहत मिलेगी। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ, तो मथुरा-अयोध्या जैसे आंदोलन और तेज हो सकते हैं।
दिनेश शर्मा फलाहारी ने कहा कि देश की जनता देख रही है कि क्या मोदी सरकार वक्फ की जमीन वापस लेगी? या फिर हिंदुओं का खून बहता रहेगा ?