नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
दुनिया में कई बार ऐसी चीजें देखने को मिलती हैं, जिन पर यकीन कर पाना बहुत ही मुश्किल होता है। अगर कोई आप से बोल दे कि गाल पर कान के साथ किसी बच्चे का जन्म हुआ है, तो हो सकता है आप भी भरोसा न करें। मगर ये बात पूरी तरह से सच है। हाल ही में ब्रिटेन में जन्में एक बच्चे का कान उसके गाल पर है। लंदन के ग्रेट ऑर्मंड स्ट्रीट अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। वैज्ञानिकों ने इसका कारण दुर्लभ गोल्डनहर सिंड्रोम बताया है। इस तरह का मामला 25 हजार में सिर्फ एक बच्चे में पाया जाता है।
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क्या है गोल्डनहर सिंड्रोम
गोल्डनहर सिंड्रोम (Goldenhar Syndrome) एक दुर्लभ जन्मजात विकार (congenital disorder) है, जिसे ओकुलोऑरिकुलोवर्टेब्रल स्पेक्ट्रम (OAVS) भी कहा जाता है। यह सिंड्रोम मुख्य रूप से चेहरे, कान, आंखों और रीढ़ की हड्डी के असामान्य विकास से जुड़ा होता है।
सिंड्रोम के लक्षण
- कान न होना या दूसरी जगह होना
- बच्चे के सिर की बनावट में दिक्कत
- मुंह बड़ा या एक तरफ हो जाना
- जन्म के समय बच्चे की आंख न होना
- सांस नलिका बाधित हो सकती है
गोल्डनहर सिंड्रोम के ये हैं कारण
इस सिंड्रोम का सटीक कारण अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जाता है कि यह गर्भावस्था के दौरान भ्रूण के प्रारंभिक विकास में गड़बड़ी के कारण होता है। यह आनुवंशिक हो सकता है, लेकिन अधिकतर मामलों में यह स्पॉन्टेनियस म्यूटेशन (spontaneous mutation) के कारण होता है। पर्यावरणीय कारकों की भूमिका से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
उपचार (Treatment)
इस सिंड्रोम का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन उपचार के माध्यम से लक्षणों को कम किया जा सकता है:
- सर्जरी – कान, आंख, चेहरे और जबड़े की विकृतियों को सुधारने के लिए।
- हेयरिंग एड्स (Hearing Aids) – यदि श्रवण क्षमता प्रभावित हो तो।
- ऑर्थोडॉन्टिक ट्रीटमेंट – दांत और जबड़े की समस्याओं के लिए।
- फिजियोथेरेपी और स्पीच थेरेपी – बच्चों के विकास में सहायता के लिए।