नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
इंसान की शक्ल ओ सूरत भगवान की बनाई हुई है। कोई भी व्यक्ति पूर्ण नहीं होता है। उसमें कुछ न कुछ कमी होती ही है। लेकिन क्या हो अगर किसी की कमी ही उसकी पहचान बन जाए। मध्यप्रदेश के रतलाम में रहने वाला ललित पाटीदार को वेयरवोल्फ सिंड्रोम नाम की बीमारी है। जिसकी वजह से उसके चेहरे पर बाल उग आए हैं। बच्चे उस पर पत्थर मारते थे। लेकिन ललित ने इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। उसने इसी को लेकर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। 18 साल के ललित के चेहरे पर एक वर्ग सेंटीमीटर में 201.72 बाल है और उसे पुरुष श्रेणी में ये खिताब मिला है।
इटली में मिला खिताब और मेडल
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड की टीम ने ललित से करीब दो साल पहले संपर्क किया था। इसके बाद 8 फरवरी को ललित अपने एक परिचित सहयोगी के साथ इटली गया। मिलान शहर में छह दिन तक विशेषज्ञों ने जांच की और इसके बाद 13 फरवरी को ललित को लो शो देई रिकॉर्ड के सेट पर सत्यापन के बाद सर्टिफिकेट और मैडल दिया गया।
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सोशल मीडिया ने दिलाई पहचान
ललित को ये बीमारी बचपन से ही है। वो सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय है। जो लोग उसका मजाक बनाते थे, उसको चिढ़ाते थे, आज वे सब उसके दोस्त हैं। उसने अपनी कमजोरी को कभी अपने रास्ते में नहीं आने दिया। ललित की मां पर्वतबाई और पिता बंकटलाल खेती किसानी का काम करते हैं। ललित गांव के ही शासकीय स्कूल में 12वीं का छात्र है। ललित खेलकूद में भी अच्छा है और वो बाइक भी चला लेता है। ललित चार बहनों का इकलौता भाई है।
क्या है वेयरवोल्फ सिंड्रोम
रतलाम के नंदलेटा गांव के रहने वाले ललित पाटीदार वेयरवोल्फ सिंड्रोम से पीड़ित हैं। उनके चेहरे पर 201.72 सेमी बाल है। शरीर पर बाल होना तो आम बात है, मगर ललित के चेहरे से लेकर शरीर में लंबे-लंबे घने बाल हैं। वेयरवोल्फ सिंड्रोम ऐसी बीमारी है, जिसकी वजह से शरीर के हर अंग पर सिर के घने बालों के समान ही बाल होते हैं।