/young-bharat-news/media/media_files/2025/02/15/aQDdLR9NpOtNgL3mbCzn.jpg)
00:00
/ 00:00
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। बरेली-बदायूं फोरलेन के पुनर्निर्माण के लिए दो महीने पहले ही 1527 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूर मिल चुकी है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की मंजूरी मिलने के बाद अब जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
बरेली से मथुरा तक 216 किलोमीटर लंबे हाईवे को चार चरण में बनाया जाना है। पहले चरण में मथुरा से हाथरस, दूसरे में हाथरस से कासगंज, तीसरे में कासगंज से बदायूं और चौथे चरण में बदायूं से बरेली के बीच 38.5 किमी हिस्से में काम होना है। हालांकि यह हिस्सा पहले से फोरलेन है मगर मानक के अनुरूप नहीं है। ऐसे में इसका पुनर्निर्माण किया जाना है।
यह भी पढ़ें- Bareilly के पूर्व एडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट पर गिरी सितारगंज हाईवे भूमि घोटाले की गाज
बरेली और बदायूं के बीच 38.5 किमी हिस्से का काम एनएचएआई कराएगा। निर्माण कार्य बदायूं की ओर से शुरू होगा। इस दौरान सड़क को दस मीटर तक चौड़ा किया जाएगा। निर्माण कार्य के लिए 80 प्रतिशत तक भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है। बाकी भूमि अधिग्रहित करने का काम चल रहा है। अगर कोई अड़चन नहीं आई तो वह भी जल्द पूरा होने की उम्मीद है।
बरेली-बदायूं फोरलेन परियोजना के तहत चार जगह बाईपास का निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ ही एक जगह रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण भी होगा, इनमें मलगांव में तीन किलोमीटर लंबा बाईपास और रेलवे ओवरब्रिज शामिल हैं। इसके अलावा बिनावर में ढाई किलोमीटर, हिम्मतपुर में 1.85 किमी और देवचरा में 5.70 किमी लंबे बाईपास का निर्माण कराया जाएगा।
यह भी पढ़ें- शासन की चेतावनी: तीन दिन के अंदर बाबुओं पर करें कार्रवाई
बरेली-बदायूं फोरलेन निर्माण के बीच आने वाले पेड़ों को भी काटा जाना है, इसके लिए एनएचएआई को अभी वन विभाग की ओर से एनओसी मिलना बाकी है। एनएचएआई के अफसरों का कहना है कि जल्द ही वन विभाग से एनओसी मिलने की उम्मीद है। एनओसी मिलते ही काम शुरू करा दिया जाएगा।