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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए सितारगंज फोरलेन हाईवे और पश्चिमी रिंग रोड भूमि अधिग्रहण घोटाले में एक वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी को बर्खास्त और दो पीसीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
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मदन कुमार वर्ष 2021 में बरेली में नगर मजिस्ट्रेट थे और उन्होंने भी विशेष भूमि अध्यापित अधिकारी के रूप में लंबे समय तक कार्य किया। उनके कार्यकाल में ही सितारगंज फोरलेन हाईवे भूमि अधिग्रहण का मूल्यांकन हुआ था। आशीष कुमार वर्तमान में एडीएम न्यायिक/विशेष भूमि अध्यापित अधिकारी के पद पर कार्यरत थे और पिछले साल से इस पद का चार्ज संभाल रहे थे। उनके कार्यकाल में ही यह घोटाला उजागर हुआ। सितारगंज फोरलेन हाईवे और पश्चिमी रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण मूल्यांकन में हेराफेरी कर 100 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला किया गया था।
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सीनियर पीसीएस अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह पर जौनपुर में मुख्य राजस्व अधिकारी रहते हुए वित्तीय अनियमितताओं के आरोप थे।
उन्हें पहले निलंबित कर राजस्व परिषद से संबद्ध किया गया था। कुशीनगर में तैनाती के दौरान उन्होंने नियमों के विरुद्ध ग्राम समाज की जमीन पट्टे पर दी थी।
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सरकार ने इस संबंध में कुशीनगर के जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी, जिसमें गड़बड़ी की पुष्टि होने के बाद मुख्यमंत्री को कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा गया था।