Advertisment

Bareilly के पूर्व एडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट पर गिरी सितारगंज हाईवे भूमि घोटाले की गाज

सितारगंज फोरलेन हाईवे और पश्चिमी रिंग रोड भूमि अधिग्रहण घोटाले में एक वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी को बर्खास्त और दो पीसीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।

author-image
Sudhakar Shukla
highway
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

बरेली, वाईबीएन संवाददाता

Advertisment

बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए सितारगंज फोरलेन हाईवे और पश्चिमी रिंग रोड भूमि अधिग्रहण घोटाले में एक वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी को बर्खास्त और दो पीसीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।

इसे भी पढ़ें-चहेते ठेकेदार को काम दिलाने के लिए कमीशन का खेल, जनता फेल

करोड़ों के घोटाले में बरेली के अधिकारी फंसे

Advertisment

मदन कुमार वर्ष 2021 में बरेली में नगर मजिस्ट्रेट थे और उन्होंने भी विशेष भूमि अध्यापित अधिकारी के रूप में लंबे समय तक कार्य किया। उनके कार्यकाल में ही सितारगंज फोरलेन हाईवे भूमि अधिग्रहण का मूल्यांकन हुआ था। आशीष कुमार वर्तमान में एडीएम न्यायिक/विशेष भूमि अध्यापित अधिकारी के पद पर कार्यरत थे और पिछले साल से इस पद का चार्ज संभाल रहे थे। उनके कार्यकाल में ही यह घोटाला उजागर हुआ। सितारगंज फोरलेन हाईवे और पश्चिमी रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण मूल्यांकन में हेराफेरी कर 100 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला किया गया था।

इसे भी पढ़ें-नाला चिन्हांकन की गलत सूचना देने पर अधिशासी अभियंता जल निगम का स्पष्टीकरण तलब

सीनियर पीसीएस अफसर बर्खास्त

Advertisment

सीनियर पीसीएस अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह पर जौनपुर में मुख्य राजस्व अधिकारी रहते हुए वित्तीय अनियमितताओं के आरोप थे।
उन्हें पहले निलंबित कर राजस्व परिषद से संबद्ध किया गया था। कुशीनगर में तैनाती के दौरान उन्होंने नियमों के विरुद्ध ग्राम समाज की जमीन पट्टे पर दी थी।

इसे भी पढ़ें-Pradhan Mantri Awas Yojana (शहरी) एवं पीएम स्वनिधि योजना की समीक्षा बैठक

सरकार ने इस संबंध में कुशीनगर के जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी, जिसमें गड़बड़ी की पुष्टि होने के बाद मुख्यमंत्री को कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा गया था।

Advertisment
Advertisment