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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली के मिनी बाईपास रोड स्थित राधिका सुपर स्पेशियलिटी एंड एडवांस ट्रामा सेंटर में हादसे में घायल मरीज को भर्ती करने को लेकर जमकर बवाल हुआ। अस्पताल के कर्मचारियों और तीमारदारों के बीच जमकर मारपीट हुई, जिसमें कई लोगों को चोटें आईं। अस्पताल में आगजनी करने का भी आरोप है। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया। इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव दलपतपुर निवासी गेंदनलाल का पुत्र सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। सूचना के बाद एंबुलेंस से घायल को मिनी बाईपास रोड स्थित राधिका अस्पताल ले जाया गया। हादसे का पता लगने पर घायल युवक का भाई योगेश कुमार और परिवार के अन्य लोग अस्पताल पहुंच गए। बताते हैं कि अस्पताल में मरीज को भर्ती करने को लेकर घायल के परिजनों और कर्मचारियों में कहासुनी के बाद जमकर मारपीट हो गई और काफी देर तक हंगामा होता रहा। यूपी 112 पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद किसी तरह मामला शांत हुआ।
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घटना के बाद घायल के भाई योगेश कुमार की ओर से थाना इज्जतनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। योगेश के मुताबिक 11 मार्च को उनका भाई गांव घमौरा के पास हुई सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। उसे राधिका अस्पताल के कर्मचारी जबरदस्ती अपने अस्पताल ले गए। इसका पता लगने पर वह अपने भाई को लेने पहुंचे तो अस्पताल के कर्मचारीयों और डॉ. प्रतीक गंगवार ने मारपीट की। योगेश बचकर भागे तो अस्पताल के कर्मचारी देवेंत, सुंदरलाल, मोविन, सुमित, सुरेंद्र गिरि और अभिजीत गिरि ने दौड़ाकर पकड़ लिया और जमकर पीटा। उनका मोबाइल और अन्य जरूरी कागजात भी छीन लिए।
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मामले में दूसरी रिपोर्ट राधिका अस्पताल के मैनेजर शिव कुमार ने लिखाई है। शिवकुमार के अनुसार 11 मार्च को दिन में लगभग 3 बजे एक आटीए (एक्सीडेन्ट) पेशेंट अस्पाल लाया गया, जिसे शिफ्ट कराया जा रहा था। उसी समय तीमारदार आ गए और मरीज को अपनी एंबुलेंस से ले जाने लगे। उन्हें समझाना चाहा तो घायल के तीमारदार योगेश और मोहित आदि उग्र हो गए और जमकर उत्पात किया। मारपीट, आगजनी और गालीगलौज किया, जिससे अस्पताल में काफी नुकसान हुआ।
हंगामा कर रहे लोगों ने मौके पर मौजूद सुरेंद्र गिरि और सुंदरलाल को डंडे और ईंट मारकर घायल कर दिया। आरोपियों ने अपनी एंबुलेंस गेट पर लगाकर अस्पताल का रास्ता पूरी तरह बंदकर दिया और जमकर हंगामा किया और आगजनी की। इससे अस्पताल में अफर-तफरी मच गई। सूचना पर यूपी 112 पुलिस भी पहुंच गई। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
घायल के भाई योगेश कुमार की ओर से दर्ज एफआईआर में अस्पताल के डॉक्टर प्रतीक गंगवार, कर्मचारी देवेंत, सुंदरलाल, मोविन, सुमित, सुरेंद्र गिरि और अभिजीत गिरि को नामजद किया गया है। दूसरी रिपोर्ट अस्पताल के मैनेजर शिवकुमार ने लिखाई है। इसमें घायल के भाई योगेश कुमार, मोहित और अज्ञात लोग शामिल हैं।