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बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
बरेली। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा है कि आबकारी और नारकोटिक्स संबंधी पदों की। प्रभावी पैरवी की जाए। पिछले 2 साल में अब तक जितने भी मुकदमे हुए हैं। उनका प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराया जाए।
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आबकारी विभाग की नारकोटिक्स की समीक्षा बैठक
आबकारी विभाग और नारकोटिक्स की समीक्षा बैठक में डीएम ने कहा कि नारकोटिक्स संबंधी अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण करने के लिए मुकदमों में प्रभावी पैरवी हो। साथ ही उन्होंने मुक़दमों की मैपिंग कराने के निर्देश दिये गए। डीएम ने पूछा कि एनडीपीएस के 01 जनवरी 2023 से अब तक कितने मुकदमे हुये। उसमें से कितने दोष सिद्ध और कितने दोष मुक्त हुए। कितने मुकदमे कोर्ट में विचाराधीन है। उसका ब्यौरा अतिशीघ्र प्रस्तुत करें। साथ ही पुलिस तथा प्रशासन द्वारा कृत कार्यवाही का भी विवरण प्रस्तुत किया जाए।
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मुक़दमों की मैपिंग और ड्रग से प्रभावित एरिया की पूरी डिटेल भी रखें
बरेली में अफीम की खेती कहां होती है, उसका भी विवरण बुकलेट में प्रस्तुत किया जाए। डीएम को बताया गया कि 633 काश्तकार अफीम की खेती करते हैं, जो सरकार को ही अफीम उपलब्ध कराते हैं। यह अफीम गाजीपुर फैक्ट्री में की जाती है। जो काश्तकार अफीम की मानक के अनुरूप पैदावार नहीं करते हैं, उसका पट्टा अगली बार के लिये निरस्त कर दिया जाता है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि कहीं काश्तकार कम पैदावार का बहाना बनाकर अफीम ब्लैक तो नहीं कर रहे हैं। इस दृष्टि पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। ड्रग के उपयोग से प्रभावित एरिया की जानकारी भी बुकलेट में दिया जाये।
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बैठक में सीडीओ जग प्रवेश, एडीएम प्रशासन दिनेश, एडीएम नगर सौरभ दुबे, जिला नारकोटिक्स अधिकारी सहित सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।