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बरेली,वाईबीएन संवाददाता
बरेली। बरेली नाथ नगरी के रूप में जाना जाता है। यहॉ महाभारत काल से पूर्व के पौराणिक नाथ मन्दिर जनपद की चारों दिशाओं में स्थित हैं। महाभारत कालीन अहिच्छत्र रामनगर किला के अवशेष भी विद्यमान है। जिस कारण यह नगर पॉचाल नगर के रूप में भी जाना जाता है। इस क्षेत्र की अपनी अलग ऐतिहासिक, सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत है, जिसके कारण यह क्षेत्र अपने आप में सबसे अलग है।
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रूहेलखण्ड के नाम से भी जाना जाता है।
यह क्षेत्र रूहेलखण्ड के नाम से भी जाना जाता है। जनपद बरेली में स्थित ऐतिहासिक, पुरातत्व एवं सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों में रामनगर अहिच्छत्र किला क्षेत्र, नाथ मन्दिर में धोपेश्वर नाथ मन्दिर, तपेश्वर नाथ मन्दिर, मणीनाथ मन्दिर अलखनाथ मन्दिर, त्रिवटीनाथ मन्दिर, वनखण्डीनाथ मन्दिर, पशुपतिनाथ मन्दिर।
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जाने के दर्शनीय स्थल
एवं दर्शनीय स्थल में श्री अहिच्छत्र पार्श्वनाथ जैन मन्दिर, तुलसीमठ मन्दिर, हरि मन्दिर, लक्ष्मी नारायण मन्दिर, हाफिज रहमत उल्ला खान का मकबरा, दरगाह-ए-आला हजरत, दरगाह खानकाहे नियाजिया, फ्रीविल बैपटिस्ट चर्च, क्राइस्ट मेथोडिस्ट चर्च, स्टेफिन चर्च, गुरूद्वारा श्री नानकपुरी साहिब, बरेली कैन्टोमेंट, पांचाल म्यूज्यिम, विविध खान-पान में मिठाई जलेबी, कुल्फी, इमरती एवं स्ट्रीट फूड, वेशभूषा, हस्तशिल्प जरी-जरदोजी, पतंग-मॉझा की लम्बी विरासत को पर्यटन की दृष्टि से संरक्षित एवं प्रोत्साहित किये ।
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जाने के उद्देश्य से दर्शनीय स्थल
जाने के उद्देश्य से दर्शनीय स्थलों, खान-पान, वेशभूषा, पुरातत्व सम्पदा, लोककला, संस्कृति से आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों को परिचित कराने एवं भावी पीढ़ी को अवगत कराने के उद्देश्य की पूर्ति हेतु जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार के निर्देशन में बरेली की कॉफी-टेबल बुक का प्रकाशन किया गया है। कॉफी-टेबल बुक में क्यूआर कोड स्कैन कर सम्बन्धित स्थल की वीडियो भी देखने की सुविधा भी दी गयी है।