/young-bharat-news/media/media_files/2025/02/28/PymLyRsdAsZHAPhZA1ag.jpg)
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी चालक मोनू और घटना का खुलासा करते सीओ सिटी तृतीय।
बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
बरेली। बारादरी इलाके की रेजीडेंसी कॉलोनी में डॉ मयंक अग्रवाल के घर चोरी उनके निजी कार चालक ने अपने भाई और उसके दोस्त से कराई थी। बारादरी पुलिस ने घटना का खुलासा कर आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने साढ़े सात लाख रुपये नकद और करीब 12 लाख के जेवर बरामद कर लिए। घटना में शामिल रहे दो आरोपी अभी फरार हैं।
19 फरवरी की रात हुई थी घटना, खुलासे में लगी थीं पुलिस की दो टीमें
सीओ तृतीय आईपीएस देवेंद्र कुमार ने बताया कि 19 फरवरी की रात मॉडल टाउन क्षेत्र की रेजीडेंसी कॉलोनी में रहने वाले डॉ मयंक अग्रवाल के घर चोरी हुई थी। उनके घर में घुसे चोर अलमारी के ताले तोड़कर नकदी और लाखों के जेवर ले गए थे। डॉ मयंक ने थाना बारादरी में अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसएसपी डॉ अनुराग आर्य ने घटना के खुलासे को बारादरी पुलिस के साथ एसओजी को भी लगाया था।
इसे भी पढ़ें-विद्या भारती ब्रज प्रदेश की ओर से सरस्वती प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन
छानबीन के दौरान 120 सीसी टीवी कैमरे खंगाले गए
पुलिस ने छानबीन के दौरान 120 सीसी टीवी कैमरे खंगाले। सर्विलांस के जरिए घटना में डॉ मयंक के निजी कार चालक संजयनगर निवासी श्रीकांत उर्फ मोनू के शामिल होने का पता चला। सबूत जुटाने के बाद पुलिस ने आरोपी मोनू को ईंट पजाया चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने डॉ मयंक के घर से चोरी हुए साढ़े सात लाख रुपये नकद, सोने की चार चूड़ियां, एक अंगूठी सोने और एक हीरे की। हीरे के दो टाप्स, एक सोने का हार, एक लॉकेट हीरे का आदि करीब 12 लाख रुपये के जेवर और एक मोबाइल आदि बरामद कर लिया। लिखा पढ़ी के बाद पुलिस ने आरोपी मोनू को जेल भेज दिया।
डॉ मयंक ने चालक को पहले दे दी थी कुंभ जाने की जानकारी
पूछताछ के दौरान आरोपी चालक मोनू ने बताया कि वह पिछले दो सालों से डॉ मयंक अग्रवाल की गाड़ी चला रहा था। डॉक्टर और उनके परिवार वाले उस पर भरोसा करते थे। उसका बिना रोकटोक घर में आना जाना था। एक दिन डॉ मयंक ने उसे बताया कि वह 19 फरवरी को परिवार सहित कुंभ नहाने प्रयागराज जाएंगे। घर में अकेला कुत्ता रहेगा, जिसके लिए एक कमरे का गेट खुला रहेगा। अगले दिन 20 फरवरी की शाम तक कुंभ से लौट आएंगे।
इसे भी पढ़ें-सिपाही ने तीन लाख में डेंटर को दी थी पत्नी को मारने की सुपारी, तीनों आरोपी गिरफ्तार
चालक के घर बनी थी घटना की पूरी योजना
मोनू को पता था कि डॉक्टर के घर में रुपये और गहने खूब हैं। उसने डॉक्टर के परिवार सहित कुंभ में जाने की चर्चा आगरा में रहने वाले अपने भाई अजय से की। आगरा में अजय कई बार चोरी में जेल जा चुका है। वह घटना से तीन-चार दिन पहले अपने दोस्त प्रदीप निवासी दहतौरा मोड़ बोदला थाना जगदीशपुर जिला आगरा के साथ मोनू के घर आ गया। फिर तीनों ने साथ बैठकर घटना की योजना बनाई।
चालक ने कुंभ जाने से पहले भाई को दिखा दिया था डॉक्टर का घर
योजना के मुताबिक मोनू ने एक दिन पहले अपने भाई अजय को साथ ले जाकर डॉ मयंक का घर दिखा दिया था। 19 फरवरी को वह डाक्टर और उनके परिजनों को लेकर कुंभ चला गया। उसी रात चालक का भाई अजय और उसका दोस्त कब्रिस्तान की तरफ से दीवार कूदकर रेजीडेंसी कॉलोनी में घुस गए। इसके डॉक्टर के घर में लगा शीशे का दरबाजा हटाकर अंदर घूस गए। वहां रखी अलमारी और तिजोरी तोड़कर उसमें रखे रुपये और जेवर उड़ा दिए। मोनू अपने मोबाइल से ब्हाट्सएप कॉल करके जानकारी लेता रहा।
इसे भी पढ़ें-अब रेलवे यात्री अपने मोबाइल पर घर बैठे ले सकेंगे अनारक्षित टिकट
घटना के बाद डॉक्टर के साथ घूमता रहा आरोपी चालक
सारा माल माल समेटने के बाद अजय और उसका दोस्त मोनू के घर लौट गए, और वहीं छिपे रहे। कुंभ से लौटने पर डॉ मयंक को अपने घर में चोरी होने का पता चला। पुलिस को सूचना देने और चोरों को तलाशने के दौरान मोनू डॉक्टर के साथ रहा। कई दिन बीत जाने पर मोनू को यकीन हो गया कि अब भेद नहीं खुलेगा। मगर चोरी के माल का बंटवारा करते समय वह पकड़ा गया। उसका भाई अजय और प्रदीप मौके से फरार हो गए।
खुलासा करने वाली टीम में ये रहे शामिल
घटना का खुलासा करने वाली टीम में बारादरी थाने के प्रभारी निरीक्षक धनंजय कुमार पांडेय, एसओजी प्रभारी देवेंद्र सिंह धामा, निरीक्षक सुनील कुमार शर्मा, सर्विलांस प्रभारी सतेंद्र मोतला, एसओजी के एसआई नवीन कुमार, मॉडल टाउन चौकी प्रभारी कुशल पाल सिंह आदि शामिल रहे।