/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/20/u3MgzL3y97zKH7A01sOd.jpg)
00:00
/ 00:00
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। ब्रह्मपुरी में चल रहीं 165 वीं रामलीला में आज गुरु व्यास मुनेश्वर ने लीला से पूर्व वर्णन किया कि पक्षिराज जटायु के लिये जलांजलि दान कर राम- लक्ष्मण दोनों सीता की खोज में दक्षिण दिशा की ओर चले। कुछ दूर आगे चल कर वे एक ऐसे वन में पहुँचे, जो बहुत से वृक्षों, झाड़ियों एवं लता बेलों द्वारा घिरा हुआ था। वहां उनका मुकाबला राक्षस कबंध से हुआ। उसने ही भगवान राम को बताया कि आप यहाँ से पम्पा सरोवर चले जाइये।
इसे भी पढ़ें-रामलीला मंचन: मांगी नाव न केवट आना, कहहि तुम्हार मरम मै जाना...
वहाँ ऋष्यमूक पर्वत पर वानरों का राजा सुग्रीव अपने वीर वानरों के साथ निवास करता था। उसको इस समय एक सच्चे पराक्रमी मित्र की आवश्यकता थी। राक्षस ने भगवान राम को बताया कि आपका मित्र बन जाने पर वह अपने वानरों को भेज कर सीता की खोज करा देगा। उसके बाद दोनों भाई कबन्ध के बताये अनुसार सुग्रीव से मिलने के उद्देश्य से ऋष्यमूक पर्वत पर पहुंचे वहाँ उनकी पहले हनुमानजी जी से भेंट हुई। और फ़िर सुग्रीव से।
इसे भी पढ़ें-नारद मोह कथा से शुरू हुई बमनपुरी रामलीला
सुग्रीव से मित्रता के बाद भगवान श्रीराम ने एक ही बाण से बालि का वध करके सुग्रीव को निर्भय कर दिया। बालि के मरने पर सुग्रीव किष्किन्धा के राजा बने और अंगद को युवराज पद मिला। तदनन्तर सुग्रीव ने असंख्य वानरों को सीता जी की खोज में भेजा। पवन पुत्र हनुमान ने समुद्र लांघ कर माता सीता का पता लगाया। लंका में उन्होंने अशोक वाटिका उजाड़ दी। रावण पुत्र अक्षय कुमार का वध कर कई राक्षसों को मार दिया। तब मेघनाथ ने ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर उनको बंदी बना कर रावण के दरबार में पेश किया। रावण ने दंड स्वरूप उनकी पूंछ में आग लगवा दी। पर हनुमानजी उसी जलती पूछ से लंका जला कर लौट आये।
इसे भी पढ़ें-होली पर होने वाली बमनपुरी रामलीला की नई कमेटी बनी, राजू मिश्रा बने अध्यक्ष
प्रवक्ता विशाल मेहरोत्रा ने बताया कि कल सेतु बंधन, समुद्र पार व अंगद रावण संवाद की लीला होगी। अध्यक्ष राजू मिश्रा ने रामलीला में सहयोग के लिए पदाधिकारियों और रामभक्तों का आभार व्यक्त किया।
पदाधिकारियों में संरक्षक सर्वेश रस्तोगी, महामंत्री सुनील रस्तोगी व दिनेश दद्दा, कोषाध्यक्ष राज कुमार गुप्ता, लीला प्रभारी अखिलेश अग्रवाल व विवेक शर्मा,मनोज रस्तोगी, सागर रस्तोगी, सत्येंद्र पांडेय, नीरज रस्तोगी, बॉबी रस्तोगी, दीपेन्द्र वर्मा, अमित वर्मा, लवलीन कपूर, कमल टण्डन, धीरज दीक्षित, महिवाल रस्तोगी, गौरव सक्सेना, एडवोकेट पंकज मिश्रा, सोनू पाठक आदि शामिल थे।