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पटना | बिहार विधानसभा चुनाव 2025 ( bihar election 2025 ) को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ होती जा रही हैं। सोमवार को इस सिलसिले में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi ) ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (amit shah)से मुलाकात की। यह मुलाकात केवल शिष्टाचार नहीं बल्कि चुनावी रणनीति को लेकर महत्वपूर्ण संदेश लिए हुए थी।
एनडीए में सीट बंटवारे पर जल्द बैठक
मुलाकात के बाद मांझी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि एनडीए के घटक दलों की बैठक जून के अंत या जुलाई के पहले सप्ताह में होगी, जिसमें सीट शेयरिंग को लेकर औपचारिक चर्चा होगी। मांझी ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी ने अभी कोई सीटों की संख्या नहीं मांगी है, लेकिन उन्हें भरोसा है कि सभी सहयोगियों को सम्मानजनक हिस्सेदारी मिलेगी।
नीतीश ही होंगे चेहरा, 225 सीटों का दावा
चुनाव में नेतृत्व को लेकर मांझी ने किसी प्रकार की भ्रम की स्थिति को खारिज करते हुए कहा कि एनडीए पूरी तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा। उन्होंने आत्मविश्वास से कहा कि इस बार एनडीए 225 सीटें जीतकर भारी बहुमत से सरकार बनाएगा।
बीस सूत्री कार्यक्रम में नजरअंदाजी से नाराज
मांझी ने कुछ नाराजगी भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि उन्हें बीस सूत्री कार्यक्रम की सूची में नजरअंदाज किया गया, जिससे वे दुखी हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं संजय जायसवाल और दिलीप जायसवाल ने इस गलती को स्वीकार किया है और सुधार का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि जहां गड़बड़ी हुई है, वहां जल्द ही नए नाम जोड़े जाएंगे।
ताड़ी और शराबबंदी पर बयान
तेजस्वी यादव द्वारा ताड़ी को शराबबंदी कानून से बाहर करने की घोषणा पर मांझी ने तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार पहले ही ताड़ी को प्रतिबंध से मुक्त कर चुके हैं। उन्होंने शराबबंदी को पूरी तरह खराब बताने से इंकार किया, लेकिन यह जरूर माना कि पेनाल्टी की जगह गरीबों को जेल भेजना गलत है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा अच्छी है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से नीति प्रभावित हो रही है और इस पर मुख्यमंत्री को सख्ती से निगरानी करनी चाहिए।