पटना, वाईबीएन नेटवर्क
बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव सामने आया है। जनता दल यूनाइटेड (JDU) के दो प्रमुख नेताओं, पूर्व राज्यसभा सांसद अली अनवर और माउंटेन मैन दशरथ मांझी के पुत्र भगीरथ मांझी, ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है। दोनों नेताओं ने दिल्ली में आयोजित एक विशेष समारोह में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इस कदम से JDU को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है।
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पसमांदा मुस्लिम समुदाय के नेता के रूप में सक्रिय रहे हैंअली अनवर
अली अनवर, जो दो बार JDU की ओर से राज्यसभा सांसद रह चुके हैं, लंबे समय से पसमांदा मुस्लिम समुदाय के नेता के रूप में सक्रिय रहे हैं। 2017 में जब जेडीयू ने BJP के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी, तब उन्होंने इसका विरोध जताया था। वर्तमान में वह ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम समाज के अध्यक्ष हैं। कांग्रेस पार्टी में उनके शामिल होने को अल्पसंख्यक समुदाय को साधने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
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भगीरथ मांझी ने भी जेडीयू से दूरी बनाई
दूसरी ओर, माउंटेन मैन दशरथ मांझी के पुत्र भगीरथ मांझी ने भी जेडीयू से दूरी बनाकर कांग्रेस में अपनी नई पारी की शुरुआत की है। भगीरथ मांझी 2024 लोकसभा चुनाव से पहले जेडीयू में शामिल हुए थे, लेकिन महज एक साल के भीतर उनका पार्टी से मोहभंग हो गया। राहुल गांधी के हाल ही में पटना में आयोजित कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति और सम्मान इस बदलाव की ओर संकेत कर रहा था। कांग्रेस में उनका प्रवेश दलित वोट बैंक को साधने की एक बड़ी रणनीति माना जा रहा है।
बिहार में कांग्रेस अपने जनाधार को मजबूत करने के लिए विभिन्न समुदायों के प्रभावशाली नेताओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रही है। अली अनवर और भगीरथ मांझी के पार्टी में आने से कांग्रेस को एक नया उत्साह मिल सकता है।
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