पटना, वाईबीएन नेटवर्क
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बुधवार, 5 फरवरी को पटना पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान के आवास पर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की। हाल ही में शकील अहमद खान के 18 वर्षीय बेटे अयान खान ने खुदकुशी कर ली थी, जिसके बाद राहुल गांधी ने शोकाकुल परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की। इस दौरान शकील अहमद खान और उनकी पत्नी के अलावा राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी और बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह भी मौजूद रहे।
इसे भी पढ़ें-कांग्रेस नेता Shakeel Ahmad के बेटे ने की खुदकुशी, पटना के सरकारी आवास में दी जान
तीन हफ्ते में दूसरी बार पटना आए राहुल
राहुल गांधी का यह दौरा कई मायनों में अहम माना जा रहा है, क्योंकि वह तीन हफ्ते के भीतर दूसरी बार पटना आए हैं। उनके इस दौरे में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम भी शामिल है। 5 फरवरी को वह पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित ‘आजादी के परवाने’ कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस दौरान वे स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय जगलाल चौधरी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और देश के सभी स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करेंगे।
इसे भी पढ़ें-Election in Bihar: तीन हफ्ते में दूसरी बार बिहार दौरे पर राहुल गांधी, चुनावी रणनीति पर नजर
भागीदारी नहीं होने पर इसका कोई मतलब नहीं
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, "आज भारत की सत्ता संरचना में, चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, कॉर्पोरेट हो, व्यापार हो, न्यायपालिका हो, आपकी भागीदारी कितनी है?...दलितों को प्रतिनिधित्व दिया गया है, लेकिन सत्ता संरचना में भागीदारी नहीं होने पर इसका कोई मतलब नहीं है। मंच पर आपको बैठाने का कोई मतलब नहीं है, अगर मंच के पीछे से निर्णय लिए जाते हैं। आज अलग-अलग जातियों के लोगों को टिकट देना एक फैशन बन गया है, प्रधानमंत्री मोदी भी यही कहते हैं। लेकिन फिर, आपने (प्रधानमंत्री मोदी) विधायकों की शक्तियां छीन लीं। यहां तक कि लोकसभा के सांसदों के पास भी कोई निर्णय लेने का अधिकार नहीं है। आपने मंत्री बनाए, लेकिन OSD RSS से हैं। सवाल नियंत्रण और भागीदारी का है..."
चुनाव से पहले कांग्रेस की सक्रियता बढ़ी
इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस अपनी सियासी रणनीति को धार देने में जुट गई है। राहुल गांधी का यह दौरा न केवल कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ाने का प्रयास है, बल्कि गठबंधन के भीतर कांग्रेस की स्थिति मजबूत करने की भी कोशिश है। वर्तमान में कांग्रेस राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ महागठबंधन का हिस्सा है और पार्टी के पास 19 विधायक हैं। पार्टी की योजना है कि आगामी चुनावों में राजद के साथ तालमेल बनाए रखते हुए अधिक सीटों पर चुनाव लड़ा जाए। इसी क्रम में, राहुल गांधी ने अपने पिछले दौरे के दौरान लालू यादव और उनके परिवार से मुलाकात की थी।
इसे भी पढ़ें-Budget 2025: बिहार की बहार, बजट में मिली सौगातें विधानसभा चुनाव में क्या खिलाएंगी सियासी गुल?