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Businaiss: आरबीआई एमपीसी बैठक आज से शुरू, रेपो रेट में हो सकती है 25 आधार अंकों की कटौती

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक सोमवार से शुरू हो गई है और बुधवार (9 अप्रैल) को आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की ओर से इस बैठक के फैसलों का ऐलान किया जाएगा। 

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YBN News
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BUSINESS: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक सोमवार से शुरू हो गई है और बुधवार (9 अप्रैल) को आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की ओर से इस बैठक के फैसलों का ऐलान किया जाएगा। 

एमपीसी रेपो रेट में 25 आधार अंक की कटौती

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एसबीआई रिसर्च ने कहा कि आरबीआई एमपीसी रेपो रेट में 25 आधार अंक की कटौती कर सकती है। फरवरी से शुरू हुई इस रेट कट साइकिल में कम से कम 100 आधार अंकों की ब्याज दरों में कटौती होने की संभावना है। 

एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया, "फरवरी 2026 से मार्च 2026 के बीच रेपो रेट में 100 आधार अंक की कटौती हो सकती है। ऐसा ही कटौती ईबीएलआर और 60 आधार अंक की कटौती एमसीएलआर में संभव है।"

अर्थव्यवस्था की स्थिति से जुड़ी जानकारियां

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आरबीआई एमपीसी के फैसलों का ऐलान 9 अप्रैल किया जाना है। इसमें रेपो रेट पर निर्णय के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति से जुड़ी अहम जानकारियां भी दी जाएंगी। 

रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में खुदरा महंगाई दर गिरकर 3.8 प्रतिशत रह सकती है, जो कि वित्त वर्ष 25 में औसत महंगाई दर 4.6 प्रतिशत रह सकती है। वित्त वर्ष 26 में औसत खुदरा महंगाई दर 3.9 से 4.0 प्रतिशत रहने की संभावना है। वहीं, मुख्य महंगाई दर 4.2 से 4.3 प्रतिशत रह सकती है। 

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अमेरिका की रेसिप्रोकल टैरिफ

रिपोर्ट में कहा, "सितंबर/अक्टूबर तक हेडलाइन महंगाई दर नीचे की ओर रहेगी, लेकिन उसके बाद बढ़ सकती है। अमेरिका ने कई अर्थव्यवस्थाओं पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया है जो भारत से भी अधिक है। इससे इन देशों द्वारा भारत में डंपिंग करने का डर बढ़ेगा, जिससे महंगाई कम होगी।"

रिपोर्ट में कहा गया कि वित्त वर्ष 26 में तरलता अधिशेष रहने की संभावना है, जिसे कई कारकों का समर्थन प्राप्त होगा, जिसमें ओएमओ खरीद, आरबीआई का डिविडेंड ट्रांसफर, वित्त वर्ष 26 में करीब 25-30 अरब डॉलर का बीओपी (बैलेंस ऑफ पेमेंट) सरप्लस शामिल हैं।

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आईएएनएस।

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