Advertisment

Crypto Ponzi Scam: देशभर में 350 करोड़ रुपये के क्रिप्टो पोंजी घोटाले का खुलासा, 7 राज्यों में CBI की रेड

Crypto Ponzi Scam: सीबीआई ने 350 करोड़ रुपये के क्रिप्टो घोटाले में सात राज्यों में रेड की है। इस घोटाले में सैकड़ों निवेशकों से उनकी गाढ़ी कमाई लूट ली गई। यह कार्रवाई सीबीआई द्वारा 7 व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी के बाद हुई है।

author-image
Pratiksha Parashar
एडिट
Crypto Ponzi Scam, ponzi scam case
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।

Advertisment

Crypto Ponzi Scam: सीबीआई ने 350 करोड़ रुपये के क्रिप्टो घोटाले में सात राज्यों में रेड की है। इस घोटाले में सैकड़ों निवेशकों से उनकी गाढ़ी कमाई लूट ली गई। यह कार्रवाई सीबीआई द्वारा 7 व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी के बाद हुई है, जो कथित तौर पर सात राज्यों में अलग-अलग पोंजी योजनाएं चला रहे थे। अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी व्यक्ति कथित तौर पर दिल्ली, हजारीबाग, बठिंडा, रतलाम, वलसाड, पुडुक्कोट्टई और चित्तौड़गढ़ शहरों में स्थित सात अलग-अलग मॉड्यूल चला रहे थे, जो क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का वादा करके निवेशकों से पैसे लेते थे। 

7 राज्यों में 350 करोड़ का घोटाला

सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि इन पोंजी योजनाओं को कई सोशल मीडिया ग्रुप्स के माध्यम से प्रचारित किया जा रहा था। बैंक खातों के लेन-देन और क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स के विश्लेषण से पता चला है कि इन योजनाओं से प्राप्त अवैध आय को क्रिप्टोकरेंसी में परिवर्तित किया जा रहा था, ताकि उनकी उत्पत्ति को छिपाया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि आरोप है कि इन योजनाओं में 350 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन किया गया। सीबीआई ने दिल्ली, झारखंड, पंजाब, मध्यप्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु और राजस्थान में कई स्थानों पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान, सीबीआई ने आरोपी व्यक्तियों के क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में कुल 38,414 अमेरिकी डॉलर की डिजिटल आभासी संपत्ति जब्त की है। 

Advertisment

ये भी पढ़ें:  करण अर्जुन' की चुलबुली 'बिंदिया' Mamta Kulkarni को महामंडलेश्वर की पदवी, अब कहलाएंगी ममता नंद गिरी

छापेमारी में CBI को क्या-क्या मिला? 

सीबीआई प्रवक्ता के अनुसार,  तलाशी के परिणामस्वरूप 34.20 लाख रुपये नकद राशि बरामद हुई। इसके अलावा सात मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक टैबलेट, तीन हार्ड डिस्क, 10 पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, सिम कार्ड, एटीएम/डेबिट कार्ड, ईमेल खाते और कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। एजेंसी ने भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) के साथ धारा 420 (धोखाधड़ी) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 66डी के तहत मामला दर्ज किया है।

Advertisment

ये भी पढ़ें:  Noida Authority में मुआवजे की बंदरबाट, सुप्रीम कोर्ट ने जांच के लिए गठित की एसआइटी

साजिश के तहत लोगों को फंसाया

सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि यह आरोप लगाया गया कि आरोपी व्यक्ति आपराधिक षड्यंत्र के तहत सक्रिय रूप से विभिन्न पोंजी और धोखाधड़ी योजनाएं चला रहे हैं, जिनमें क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के आधार पर अधिक लाभ का वादा किया जा रहा था। उन पर इन अनियमित जमा योजनाओं में निवेशकों को लुभाने के लिए झूठी और भ्रामक जानकारी को बढ़ावा देने, वादा करने और प्रसारित करने का भी आरोप है, जो भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) जैसे नियामक प्राधिकरणों से अपेक्षित अनुमोदन के बिना संचालित होते हैं। एजेंसी ने कहा कि जांच में कई बैंक खातों और कॉइनडीसीएक्स, वज़ीरएक्स, ज़ेबपे और बिटबीएनएस सहित कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में आरोपियों के ‘वर्चुअल डिजिटल एसेट’(वीडीए) वॉलेट का खुलासा हुआ है।

Advertisment

ये भी पढ़ें: Uttar Pradesh: मेरठ में बड़ा Encounter, पुलिस ने मार गिराया 5 लोगों का कातिल

Advertisment
Advertisment