मुंबई, वाईबीएन नेटवर्क । वैश्विक बाजारों में इस सप्ताह मिलाजुला रुख देखने को मिल रहा है। कुछ बाजारों में तेजी दिखाई दे रही है, जबकि अन्य में दबाव बना हुआ है। एशियाई बाजारों में सकारात्मक गति रही, लेकिन यूरोप और अमेरिकी बाजारों में निवेशकों को मुनाफावसूली का दबाव झेलना पड़ा। वहीं, कच्चे तेल के दामों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि सोने की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं।
शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव
एशियाई बाजारों में इस सप्ताह सकारात्मक रुख देखने को मिला। जापान का निक्केई 225 0.8% की बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स भी 1.2% ऊपर रहा। हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स भी 0.5% की मामूली तेजी के साथ क्लोज हुआ। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन से आए सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों ने एशियाई बाजारों को सपोर्ट दिया है।
हालांकि, यूरोपीय बाजारों में दबाव देखने को मिला। जर्मनी का डैक्स इंडेक्स 0.6% नीचे रहा, जबकि ब्रिटेन का एफटीएसई 100 भी 0.4% की गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ECB) की मौद्रिक नीति को लेकर अनिश्चितता ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है।
अमेरिकी बाजारों में भी मिश्रित प्रदर्शन रहा। डॉव जोन्स 0.3% की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि नैस्डैक में 0.2% की मामूली बढ़त दर्ज की गई। टेक सेक्टर में मजबूती के बावजूद, ब्याज दरों को लेकर चिंता ने बाजारों को प्रभावित किया।
कच्चे तेल में गिरावट, सोना स्थिर
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखी गई। ब्रेंट क्रूड 1.2% गिरकर 82 प्रतिबैरल के आस पास पहुंच गया, जबकि WTI क्रूड भी 1.582 प्रतिबैरल के आस पास पहुंच गया, जबकि WTI क्रूड भी 1.578 प्रति बैरल पर ट्रेड हुआ। तेल की कीमतों में गिरावट का कारण अमेरिका में तेल भंडार में वृद्धि और वैश्विक मांग को लेकर चिंताएं बताई जा रही हैं।
वहीं, सोने की कीमतों में स्थिरता बनी हुई है। गोल्ड स्पॉट प्राइस $2,300 प्रति औंस के आसपास ट्रेड कर रहा है। डॉलर के मजबूत रुख के बावजूद, जियोपॉलिटिकल तनाव और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने सोने को सपोर्ट दिया है।
विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर मजबूत
अमेरिकी डॉलर ने अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले मजबूती बनाए रखी है। डॉलर इंडेक्स (DXY) 0.4% बढ़कर 105.50 के स्तर पर पहुंच गया। यूरो और पाउंड में कमजोरी देखी गई, जबकि जापानी येन में मामूली सुधार हुआ।
निवेशकों के लिए क्या है रणनीति?
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि निवेशकों को अभी सतर्क रहने की जरूरत है। शेयर बाजारों में अस्थिरता बनी हुई है, और किसी भी बड़ी खबर के आने पर तेजी या मंदी देखी जा सकती है। सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प बना हुआ है, जबकि तेल में अभी और गिरावट की संभावना है।
वैश्विक बाजारों में इस समय मिश्रित ट्रेंड देखने को मिल रहा है। जहां एशियाई बाजारों में तेजी है, वहीं यूरोप और अमेरिका में दबाव बना हुआ है। कच्चे तेल में गिरावट जारी है, जबकि सोने की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। निवेशकों को बाजार की स्थितियों पर नजर रखते हुए अपनी रणनीति बनानी चाहिए। business news | Global Business News |