Advertisment

Union Budget: लाल टैब-बही खाता लेकर राष्ट्रपति भवन पहुंची सीतारमण, लोकसभा में पेश करेंगी अपना 8 वां बजट

इस बीच, 31 जनवरी को संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है कि अगले वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.3 प्रतिशत से 6.8 प्रतिशत के बीच बढ़ेगी। केंद्रीय बजट से एक दिन पहले पेश किए गए सर्वेक्षण में इस बात पर प्रकाश डाला

author-image
Jyoti Yadav
निर्मला सीतारमण
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क 

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार, 1 फरवरी को नॉर्थ ब्लॉक से राष्ट्रपति भवन पहुंच गई हैं। उनके हाथ में उनका ट्रेडमार्क 'बही-खाता' था। यह एक टैब है, जो लाल रंग के कपड़े में लिपटा हुआ है और इस पर सुनहरे रंग का राष्ट्रीय प्रतीक बना हुआ है। बता दें यह टैब मेड इन इंडिया है। इसको जिस कपड़े से लपेटा गया है, उसको सीतारमण का मां ने खुद अपने हाथों से बुना था। 

8 वीं बजट पेश करेंगी सीतारमण

सीतारमण  सुबह 11 बजे लोकसभा में अपना लगातार 8वी बार बजट पेश करेंगी। बजट भाषण में सरकार की राजकोषीय नीतियों, राजस्व और व्यय प्रस्तावों, कराधान सुधारों और अन्य महत्वपूर्ण घोषणाओं का उल्लेख होगा। वित्त मंत्री के साथ केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. वी. अनंथा नागेश्वरन और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। 

इसे भी पढ़ें- Budget2025: बजट से मिडिल क्लास को सबसे ज्यादा उम्मीदें, जानिए वित्तमंत्री की दिनचर्या

Advertisment

आर्थिक सर्वेक्षण किया गया पेश 

इस बीच, 31 जनवरी को संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है कि अगले वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.3 प्रतिशत से 6.8 प्रतिशत के बीच बढ़ेगी। केंद्रीय बजट से एक दिन पहले पेश किए गए सर्वेक्षण में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि देश की आर्थिक बुनियाद मजबूत बनी हुई है, जिसे स्थिर बाह्य खाता, राजकोषीय समेकन और निजी खपत का समर्थन प्राप्त है। इसमें उल्लेख किया गया है कि सरकार अनुसंधान और विकास (आरएंडडी), सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और पूंजीगत वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करके दीर्घकालिक औद्योगिक विकास को मजबूत करने की योजना बना रही है। इन उपायों का उद्देश्य उत्पादकता, नवाचार और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना है।

चौथी तिमाही में खाद्य मुद्रास्फीति कम होने की उम्मीद

इसमें कहा गया है, "घरेलू अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत बनी हुई है, जिसमें मजबूत बाह्य खाता, संतुलित राजकोषीय समेकन और स्थिर निजी खपत है। इन विचारों के संतुलन पर, हम उम्मीद करते हैं कि वित्त वर्ष 26 में वृद्धि 6.3 और 6.8 प्रतिशत के बीच होगी।" सर्वेक्षण में कहा गया है कि सब्जियों की कीमतों में मौसमी गिरावट और खरीफ की फसल के आने के कारण वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में खाद्य मुद्रास्फीति कम होने की उम्मीद है। अच्छे रबी उत्पादन से वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में खाद्य कीमतों को नियंत्रित रखने में भी मदद मिलने की उम्मीद है। हालांकि, प्रतिकूल मौसम की स्थिति और बढ़ती अंतरराष्ट्रीय कृषि कीमतें मुद्रास्फीति के लिए जोखिम पैदा करती हैं। 

Advertisment

इसे भी पढ़ें- Budget 2025 : अरुण जेटली ने समाप्त की थी अलग रेल बजट की प्रथा, जानिए कब आया था आखिरी रेल बजट

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन का अंशदान बढ़ा 

सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत बना हुआ है, जो 90 प्रतिशत बाहरी ऋण को कवर करता है और दस महीने से अधिक का आयात कवर प्रदान करता है। जनवरी 2024 में 616.7 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर सितंबर 2024 में 704.9 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया, जो 3 जनवरी 2025 तक घटकर 634.6 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया। पूंजी प्रवाह में स्थिरता ने भारत की बाहरी ताकत को सहारा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सर्वेक्षण में औपचारिक रोजगार क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि पर भी प्रकाश डाला गया। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) का शुद्ध अंशदान वित्त वर्ष 19 में 61 लाख से बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 131 लाख हो गया है।

इसे भी पढ़ें- LPG Price Cut: राहत की डोज, सस्ता हुआ कमर्शियल गैस सिलेंडर, 7 रुपये की कटौती

Advertisment
Advertisment
Advertisment