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महाकुंभ 2025 : अफवाह फैलाने के आरोप में 7 सोशल मीडिया एकाउंट धारकों पर FIR, पुलिस ने जारी की चेतावनी

मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में हुए भगदड़ के दौरान कई लोगों की मौत हो गई। महाकुंभ मेला पुलिस में सोशल मीडिया के जरिए महाकुंभ को लेकर भ्रामक पोस्ट करने वाले 7 अकाउंट्स पर मुकदमा दर्ज किया है।

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Vivek Shahi
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संगम नोज पर भगदड़ के बाद के हालात

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Lucknow : वाईबीएन नेटवर्क।

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महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के दौरान तीस लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद से सोशल मीडिया पर लगातार भगदड़ से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। महाकुंभ मेला पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए महाकुंभ को लेकर भ्रामक पोस्ट करने वाले सात अकाउंट्स पर मुकदमा दर्ज किया है। महाकुंभ भगदड़ के बाद प्रदेश सरकार ने इस घटना की न्यायिक जांच का आदेश दिया है। उत्तर प्रदेश और एसटीएफ के अलावा  तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग भी जांच में जुटा हुआ है। जो एक महीने में अपनी रिपोर्ट शासन को देगा। इस बीच, यूपी पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है और खबरें तथा अफवाह फैलाने को लेकर सात सोशल मीडिया अकाउंट धारकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

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फाइल

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इन पर हुई एफआईआर

महाकुंभ में भगदड़ के बाद से लगातार कई सोशल मीडिया अकाउंट अलग-अलग विजुअल और तस्वीरों से जरिए लगातार सरकार की तरफ से जारी मौत के आंकड़ों को गलत बता रहे हैं। भगदड़ दो जगहों हुई और प्रशासन ने इसको दबा दिया, ऐसा भी दावा किया जा रहा था। कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स ऐसे भी रहे जो महाकुंभ में कमजोर व्यवस्थाओं और कुप्रबंधन की का मुद्दा उठा रहे थे। इसके अलावा दूसरी जगह का वीडियो को भी महाकुंभ का बताकर सोशल मीडिया पर कई एकाउंट्स लगातार भ्रामक पोस्ट कर रहे थे। कई लोगों ने प्रयागराज महाकुंभ को मौत का महाकुंभ भी करार दिया। ऐसे भ्रामक पोस्ट से श्रद्धालुओं के मन में दहशत बनना आम है। अभिमन्यु सिंह, प्रियंका मौर्या, आकाश सिंह, आशिफ खान, सत्य प्रकाश नागर, ब्रजेश प्रजापति, राजन शाक्य के सोशल मीडिया एकाउंट से भ्रामक पोस्ट हुई जिसके बाद इन पर एफआईआर दर्ज की गई।

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उल्लेखनीय है कि मौनी अमावस्या की रात को संगम नोज के पास भगदड़ मच गई थी। प्रशासन ने घटना के करीब 16 घंटे बाद मृतकों और घायलों की संख्या का अधिकारिक आंकड़ा जारी किया था। लेकिन अपुष्ट सूत्रों ने मौत का आंकड़ा काफी ज्यादा बताया जा रहा है। संसद में भी सपा सांसदों ने इसे लेकर हंगामा करके मृतकों की सही संख्या बताने की मांग की थी। इस बीच सोशल मीडिया पर मृतकों  की संख्या  को लेकर बढ़-चढ़कर दावे किए जा रहे हैं। अब पुलिस-प्रशासन इस पर अंकुश लगाने में जुट गया है।

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महाकुंभ 2025
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