दिल्ली उच्च न्यायालय ने कैग की कई रिपोर्ट पेश करने के लिए राज्य विधानसभा की बैठक बुलाने का निर्देश देने से शुक्रवार को इनकार कर दिया। इसे भाजपा के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है। भाजपा लीक रिपोर्ट का हवाला देकर लगातार चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमलावर थी। हालांकि न्यायमूर्ति सचिन दत्ता ने कहा कि इस मामले में दिल्ली सरकार की ओर से अत्यधिक देरी की गई। अदालत ने इस बात पर जोर दिया कि ऑडिट रिपोर्ट पेश किया जाना संविधान के तहत अनिवार्य है।
भाजपा नेताओं ने की थी याचिका
हाईकोर्ट ने कहा, 'अदालत विधानसभा की विशेष बैठक बुलाने संबंधी याचिकाकर्ता के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए इच्छुक नहीं है।' दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता और भाजपा के विधायकों मोहन सिंह बिष्ट, ओम प्रकाश शर्मा, अजय कुमार महावर, अभय वर्मा, अनिल कुमार बाजपेयी और जितेंद्र महाजन ने पिछले साल याचिका दायर करके राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर कैग रिपोर्ट सदन के पटल पर रखने और चर्चा करने का अनुरोध किया था।
जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए
याचिकाकर्ताओं ने अधिवक्ताओं नीरज और सत्य रंजन स्वैन के माध्यम से याचिका दायर की थी। अध्यक्ष और सरकार के वरिष्ठ वकीलों ने अदालत द्वारा ऐसा निर्देश पारित करने का विरोध किया था और कहा था कि ऐसे समय में रिपोर्ट पेश करने की कोई जल्दी नहीं की जानी चाहिए जब विधानसभा चुनाव जल्द ही होने वाले हैं। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए 5 फरवरी को मतदान होना है औऱ मतगणना 8 फरवरी को होगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले 20,000 बोतलें जब्त
दिल्ली के आबकारी विभाग ने पिछले पखवाड़े में अवैध शराब की करीब 50 लाख रुपये कीमत की 20,000 बोतलें जब्त की हैं। विधानसभा चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद यह कार्रवाई की गई। अधिकारियों के अनुसार, अवैध शराब में 15,376 लीटर देशी और विदेशी शराब (आईएमएफएल) शामिल है। साथ ही लगभग 1.5 करोड़ की कीमत के 32 वाहन भी जब्त किए गये हैं। उन्होंने बताया कि अवैध शराब जब्ती से संबंधित 52 मामले दर्ज किये गये है। आचार संहिता लागू होने के बाद से राजधानी में जब्त की गई शराब का यह 25 प्रतिशत है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आबकारी खुफिया ब्यूरो (ईआईबी) की टीमें पड़ोसी राज्य हरियाणा से अवैध शराब की तस्करी करने वालों पर नजर रखने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने में जुटी हैं। आबकारी टीम ने अपनी पहली कार्रवाई के दौरान एक ट्रक का 14 किलोमीटर तक पीछा किया। ट्रक जीटी करनाल रोड के जरिए दिल्ली में दाखिल हुआ था और इसे बुराड़ी में रोका गया। ट्रक से हरियाणा में बिक्री के लिए 253 पेटियों में रखी गई शराब की 3,036 बोतलें जब्त की गईं। दूसरी कार्रवाई में, महिपालपुर में एक मिनी-ट्रक को पकड़ा गया। ट्रक में 151 पेटियों में 1,812 बोतलें पाई गईं जिनमें कुल 1,317 लीटर शराब थी। आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देशों के तहत सीमित संसाधनों और कर्मियों के बावजूद अवैध शराब की समस्या को नियंत्रित करने के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रहा है।