नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सुरक्षा बलों ने लश्कर ए तैयबा के 2 हाइब्रिड आतंकियों को 28 मई को देर रात गिरफ्तार किया है। इरफान बशीर और उजैर अहमद भट नाम के दो शख्स लंबे समय से फरार थे। ये दोनों ऑपरेशन सिंदूर से ठीक पहले गायब हुए थे। सुरक्षा बल लगातार इनकी तलाश में जुटे हुए थे। आखिरकार इन्हें शोपिया से पकड़ा गया है।
हाइब्रिड आतंकी कौन होते हैं?
हाइब्रिड आतंकवादी वे होते हैं जो औपचारिक रूप से आतंकवादियों की सूची में नहीं होते, लेकिन गुपचुप तरीके से आतंकी गतिविधियों में शामिल रहते हैं और फिर सामान्य नागरिकों की तरह जीवन जीने लगते हैं।
सुरक्षाबलों ने घेरा, आतंकियों ने किया सरेंडर
अधिकारियों के अनुसार, बुधवार रात बसकुचन इलाके में एक विशेष खुफिया सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) शुरू किया। इलाके की सघन घेराबंदी के दौरान पास के एक बाग में संदिग्ध गतिविधि देखी गई, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने क्षेत्र को चारों ओर से घेर लिया। खुद को घिरा हुआ पाकर दोनों हाइब्रिड आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। यह सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी ऑपरेशनल उपलब्धि मानी जा रही है।
गोला-बारूद और राइफलें बरामद
लश्कर के आतंकी इरफान बशीर और उजैर अहमद भट 6 मई को जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के चित्रगाम जैनापोरा इलाके से लापता हुए थे। बुस्कुचन क्षेत्र में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने आतंकियों के पास से दो AK-56 राइफलें, दो ग्रेनेड और 102 राउंड गोला-बारूद बरामद किए हैं। माना जा रहा है कि ये हथियार किसी आतंकी साजिश से जुड़े हो सकते हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि बशीर और उजैर कोई बड़ी प्लानिंग कर रहे थे। दोनों आतंकियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्जकर ली गई है और आगे की जांच की जा रही है।
पहलगाम आतंकी हमला
22 अप्रैल को पहलगाम में एक भीषण आतंकवादी हमला हुआ था। इस हमले में विशेष रूप से हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया गया, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई। इस जघन्य कृत्य की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, जो कि लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी संगठन माना जाता है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस हमले की गहन जांच कर रही है।
भारत का ऑपरेशन सिंदूर
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के नाम से एक सुनियोजित सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया। इस अभियान के तहत भारतीय सेना ने सीमा पार स्थित आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। इन ठिकानों का इस्तेमाल लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों द्वारा किया जा रहा था। कार्रवाई में करीब 100 आतंकवादियों को मार गिराया गया था। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था।
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