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Chhattisgarh News: 22 नक्सलियों ने आत्समर्पण किया, नौ महिलाएं भी शामिल

सुकमा में नौ महिला नक्सलियों समेत ‌कुल 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। डीआईजी (CRPF) आनंद सिंह राजपुरोहित ने प्रेसवार्ता कर इस बात की जानकारी दी।

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Dhiraj Dhillon
Good news from Chhattisgarh: 22 नक्सलियों ने आत्समर्पण किया, नौ महिलाएं भी शामिल

Photograph: (Google)

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रायपुर, वाईबीएन नेटवर्क। Chhattisgarh Naxals | छत्तीसगढ़ से एक अच्छी खबर आ रही है। यहां सुकमा में नौ महिला नक्सलियों समेत ‌कुल 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। डीआईजी (CRPF) आनंद सिंह राजपुरोहित ने प्रेसवार्ता कर इस बात क‌ी जानकारी दी। उन्होंने बताया, " समर्पण करने वाले नक्सलियों में से ए‌क दंपति पर आठ- आठ लाख रुपये का इनाम था, जबकि दो अन्य पर पांच- पांच लाख का। डीआईजी ने कहा कि जिस तरह से इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है और कैंप बनाने के साथ ही सरकार की पुनर्वास नीतियां घोषित की गई हैं, उससे प्रभावित होकर नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि आज आत्मसमर्पण करने वाले सभी लोग मुख्यधारा में शामिल होकर समाज के लिए बेहतर काम करेंगे।"

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जानिए नक्सलमुक्त राज्य के लिए सरकार की योजना

बता दें कि सरकार ने छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त करने के लिए मार्च-2026 तक की समय सीमा निर्धारित करते हुए नक्सल आत्मसपर्मण नीति-2025 को ऐलान किया है। इसी नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को जमीन व आवास उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही स्वचालित हथियारों के साथ समर्पण करने पर पांच लाख रुपये तक की राशि दिए जाने का भी प्रावधान है। आत्समर्पण के लिए प्रेरित करने के लिए उनके परिजनों को भी 50 हजार रुपये की राशि दी जा रही है।

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“नियद नेल्ला नार” योजना का दिखने लगा असर

अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ शासन की 'छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति' और 'नियद नेल्ला नार' योजना से प्रभावित होकर तथा आंतरिक इलाकों में लगातार नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना और पुलिस के बढ़ते दबदबे के कारण आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले इन नक्सलियों पर कुल 40 लाख 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।

प्रेरित करने में इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका

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नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करने में जिला बल, डीआरजी सुकमा, रेंज फील्ड टीम (आरएफटी) कोंटा-सुकमा, सीआरपीएफ की 2, 74, 131, 217, 219, 223, 226, 227, 241 बटालियन तथा कोबरा 203 वाहिनी के कार्मिकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 'छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति-2025' के तहत प्रत्येक को 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि तथा कपड़े प्रदान किए गए हैं। इसके अलावा, उन्हें अन्य आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

40.50 लाख रुपये का था इनाम

आत्मसमर्पित नक्सलियों में एक पुरुष और एक महिला नक्सली पर आठ- आठ लाख रुपये, एक पुरुष और एक महिला नक्सली पर पांच- पांच लाख रुपये, दो पुरुष और पांच महिला नक्सलियों पर 2-2 लाख रुपये, तथा एक पुरुष नक्सली पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। इस प्रकार कुल 40 लाख, 50 हजार रुपये का इनाम इन पर था। इससे पहले 8 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनमें छह महिला नक्सली भी शामिल थीं। उन पर कुल 26 लाख रुपये का इनाम घोषित था। वे भी छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति तथा 'नियद नेल्ला नार' योजना से प्रेरित होकर मुख्यधारा में लौटे थे।

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