/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/10/PAjshsCdTlJbzPBl50tI.jpg)
Mumbai attack accused Tahawwur Rana
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Tahawwur Rana News: 2008 के मुंबई 26/11 आतंकी हमलों से जुड़े मामले में आरोपी तहव्वुर राणा की न्यायिक हिरासत को दिल्ली की अदालत ने 13 अगस्त, 2025 तक के लिए बढ़ा दिया है। तहव्वुर राणा के अधिवक्ता पीयूष सचदेवा ने बताया कि जांच एजेंसियों ने केस में एक औपचारिक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। हालांकि, बचाव पक्ष को अभी तक इसकी प्रति प्राप्त नहीं हुई है। बचाव पक्ष का कहना है कि सप्लीमेंट्री चार्जशीट मिलने में एक सप्ताह का समय लग सकता है। कॉपी मिलने के बाद पता लगेगा कि एजेंसी ने तहव्वुर राणा पर क्या आरोप लगाए हैं। अगली सुनवाई पर इस चार्जशीट पर कोर्ट में बहस होने की उम्मीद है।
आरोपी के अधिवक्ता बोले
आरोपी तहव्वुर राणा के अधिवक्ता एडवोकेट पीयूष सचदेवा ने कहा- एक औपचारिक पूरक चार्जशीट दाखिल की गई है, लेकिन इसकी प्रति हमें अब तक नहीं सौंपी गई है। हमें उम्मीद है कि यह दस्तावेज एक सप्ताह के भीतर मिल जाएगा। बता दें कि तहव्वुर राणा पर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े होने और 26/11 हमले में साजिश में भूमिका निभाने के आरोप हैं। अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद अब भारत में कानूनी प्रक्रिया चल रही है। मामले की अगली सुनवाई 13 अगस्त को होगी, जब न्यायालय चार्जशीट की समीक्षा और अन्य कानूनी प्रक्रिया पर विचार करेगा।
सप्लीमेंट्री चार्जशीट के बाद कानून कार्रवाई तेज होगी
26/11 केस से जुड़े इस अहम घटनाक्रम पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं। तहव्वुर राणा के खिलाफ पूरक चार्जशीट दाखिल होने से जांच और कानूनी कार्रवाई अब और तेज हो सकती है। NIA की पूछताछ में तहव्वुर राणा ने कबूल किया कि वह पाकिस्तानी सेना के लिए काम करता था। उसने यह भी खुलासा किया कि लश्कर-ए-तैयबा ने जासूसी नेटवर्क के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। राणा ने बताया कि वह हमले के दौरान मुंबई में मौजूद था और उसने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) जैसी प्रमुख जगहों का जायजा लिया था। इसके अलावा, उसने यह भी स्वीकार किया कि खलीज युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना ने उसे सऊदी अरब भेजा था। बता दें कि 64 वर्षीय तहव्वुर राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, को अमेरिका की शीर्ष अदालत द्वारा प्रत्यर्पण के खिलाफ याचिका खारिज किए जाने के बाद 4 अप्रैल को भारत लाया गया। वर्तमान में वह न्यायिक हिरासत में है।