नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। अहमदाबाद में 12 जून को हुए विमान हादसे की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। इस हादसे की गहराई से जांच की जा रही है। भारत की एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) और अमेरिका से आई विशेषज्ञ टीम अहमदाबाद पहुंच चुकी हैं। दोनों टीमें मिलकर हादसे की जगह का निरीक्षण कर रही हैं, ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके।
कौन कर रहा है जांच?
भारत में विमान हादसों की जांच की ज़िम्मेदारी AAIB के पास होती है। यह संस्था हादसे के बाद एक विशेष जांच टीम गठित करती है, जो तकनीकी और मानवीय पहलुओं की गहराई से जांच करती है। यदि दुर्घटना में कोई अंतरराष्ट्रीय पक्ष जुड़ा हो, तो उसे भी जांच में शामिल किया जा सकता है।
बोइंग और ब्रिटेन की एजेंसियां भी होंगी शामिल
अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान अमेरिकी कंपनी बोइंग का था, इसलिए बोइंग के तकनीकी विशेषज्ञों को भी जांच प्रक्रिया में शामिल किया गया है। साथ ही, विमान में कई ब्रिटिश नागरिक सवार थे, जिस कारण ब्रिटेन की एयर एक्सिडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB UK) भी बैठक और बातचीत के स्तर पर जांच में भाग ले रही है। हालांकि, जांच का पूरा नियंत्रण भारतीय AAIB के हाथ में ही है।
कैसे होती है विमान हादसे की जांच?
विमान हादसे की जांच एक व्यवस्थित प्रक्रिया होती है, जिसमें कई चरण होते हैं। सबसे पहले दुर्घटनास्थल को चारों ओर से घेरकर सुरक्षित किया जाता है, ताकि सबूतों से कोई छेड़छाड़ न हो सके। इसके बाद ब्लैक बॉक्स को खोजा जाता है, जो कि विमान की उड़ान और पायलट-कंट्रोल रूम के बीच हुई बातचीत का रिकॉर्ड होता है।
सबूतों की जांच और विश्लेषण
ब्लैक बॉक्स के अलावा जांचकर्ता विमान के मलबे, रडार डेटा, मौसम रिपोर्ट, रख-रखाव संबंधी दस्तावेज, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) रिकॉर्डिंग और सीसीटीवी फुटेज की गहराई से जांच करते हैं। बचे हुए यात्रियों, एटीसी अधिकारियों, एयरलाइन स्टाफ और प्रत्यक्षदर्शियों से भी पूछताछ की जाती है।
फॉरेंसिक और मेडिकल जांच भी होती है अहम
जांच के दौरान फॉरेंसिक विश्लेषण भी किया जाता है। इसमें पायलट और चालक दल के सदस्यों का पोस्टमार्टम किया जाता है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि किसी मेडिकल कारण, थकावट या नशे की स्थिति में उड़ान तो नहीं भरी गई थी।
तकनीकी उपकरणों की बारीकी से जांच
विमान के तकनीकी हिस्सों की भी गहनता से जांच होती है, जैसे इंजन, नियंत्रण प्रणाली, हाइड्रोलिक्स और अन्य उपकरण। इस जांच से तकनीकी खराबी के कारणों का पता लगाने में मदद मिलती है।
जांच टीम में कौन-कौन होते हैं शामिल?
AAIB की टीम में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल होते हैं। इनमें डॉक्टर, मनोचिकित्सक, इंजीनियर, पायलट और एविएशन तकनीकी जानकार शामिल रहते हैं। ये सभी मिलकर हादसे के हर पहलू की जांच करते हैं।
जांच पूरी होने के बाद क्या होता है?
जांच के अंत में AAIB एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करती है, जिसे सार्वजनिक किया जाता है और AAIB की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किया जाता है। यह रिपोर्ट ICAO (इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइज़ेशन) और उन सभी पक्षों को भी भेजी जाती है, जो जांच में शामिल रहे। इस रिपोर्ट में जो भी सुरक्षा संबंधी सुझाव दिए जाते हैं, उन्हें DGCA और ICAO के सदस्य देशों को भेजा जाता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें। Ahmedabad Plane Crash | Plane Crash | Air India Plane Crash