अहमदाबाद, वाईबीएन डेस्क: गुरुवार को अहमदाबाद में हुए भीषण
विमान हादसे ने देश को गहरे सदमे में डाल दिया, जिसमें 242 से अधिक लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद मलबे में मिलीं लाशें इतनी बुरी तरह क्षत-विक्षत थीं कि उनकी पहचान कर पाना नामुमकिन हो गया। ऐसे में शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच का सहारा लिया जा रहा है। शुक्रवार से जैसे-जैसे
डीएनए सैंपल मैच हो रहे हैं, वैसे-वैसे शव परिजनों को सौंपे जा रहे हैं।
Ahmedabad Plane Crash | ahmedabad plane crash air india
शवों की पहचान के लिए परिजनों के लिए गए सैंपल
गुरुवार को अहमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे ने देश को दहला कर रख दिया है। लंदन के गैटविक जा रहे विमान ने अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद अपना संतुलन खो दिया और आबादी वाले आवासीय इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। विमान में 242 यात्री, दो पायलट और 10 क्रू मेंबर्स सवार थे। हादसा इतना भीषण था कि विमान एक अस्पताल के हॉस्टल की इमारत पर गिरा। उस समय हॉस्टल की मेस में लोग खाना खा रहे थे, जो हादसे की चपेट में आ गए। धमाके के बाद विमान में लगी आग से तापमान इतना अधिक हो गया कि बचाव कार्य बेहद कठिन हो गया। हादसे में मरने वालों की पहचान करना मुश्किल है। ऐसे में परिजनों के डीएनए सैंपल लेकर शवाें की पहचान कराई जा रही है। शुक्रवार को शवों की पहचान के लिए परिजनों के सैंपल लिए गए।
ऐसा मंजर पहली बार देखा
एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) के एक सीनियर कर्मी ने बताया कि क्रैश के बाद विमान के अंदर और आसपास का तापमान लगभग 1,000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। “हम पीपीई किट में थे, लेकिन इतनी गर्मी थी कि वहां कुछ मिनट खड़े रहना भी नामुमकिन हो गया। हर तरफ जलता मलबा और मानवीय अंग बिखरे थे। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि मैंने कितने शव निकाले ये अब गिन पाना भी मुश्किल है। कई शव तो पहचानने लायक भी नहीं बचे हैं। राहत और बचाव में जुटे एसडीआरएफ कर्मियों ने बताया कि उन्होंने कई हादसे देखे हैं, लेकिन ऐसा मंजर पहली बार देखा है।
200 लोगों का लिया गया डीएनए सैंपल, 72 घंटे में आएगी रिपोर्ट
हादसे के बाद मेडिकल टीमों ने 200 से ज्यादा लोगों के DNA सैंपल लिए हैं।इनमें मृतकों के परिजन विशेष रूप से बेटे-बेटिया और माता-पिता शामिल हैं। DNA रिपोर्ट 72 घंटे में आएगी। जिसके बाद शवों की पहचान संभव हो पाएगी। एक पीडि़त परिवार ने कहा कि अब डीएनए से ही अपनों की पहचान की उम्मीद है ।