नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। अहमदाबाद में गुरुवार को एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश कुमार विस्वास जिंदा बच गए हैं। उन्होंने खुद बताया कि वह सीट नंबर 11-A पर बैठे हुए थे , प्लेन उड़ान भरने के कुछ ही सैकेंड बाद क्रैश हो गया । इसके बाद उन्होंने अपनी आपबीती भी सुनाई। उन्हें जीवित बचा देख एक पुरानी कहावत 'जाको राखे साइया मार सके न कोय' सच नजर आती है। वह जिंदा बच गए और दुर्घटनास्थल पर लंगड़ाते हुए देखे गए थे।
बाद में दो लोगों के जीवित बचने की जानकारी सामने आई
न्यूज एजेंसी ANI ने पुलिस कमिश्नर के हवाले से जानकारी दी कि प्लेन की सीट नंबर 11-A पर बैठे भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार जिंदा बच गए हैं। जीवित बच गया यात्री अस्पताल में भर्ती है। इससे पहले इस हादसे में सभी सवारों की मौत होने की सूचना दी गई थी। लेकिन अब इस हादसे से एक व्यक्ति के जीवित बचने को किसी चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है।
रमेश कुमार विश्वास के भाई भी थे विमान में सवार
40 वर्षीय रमेश कुमार विस्वास ने बताया कि जब उनकी आखें खुली तो अपने चारों तरफ उन्हें लाशें देखीं। रमेश के साथ उनका भाई भी विमान में सवार था। रमेश ने कहा, 'उड़ान भरने के तीस सेकंड बाद ही तेज आवाज हुई और फिर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह सब पलक झपकते ही हुआ। जब मैं उठा तो मेरे चारों तरफ लाशें बिखरी पड़ी थीं। मैं डर गया और वहां से भागा। चारों तरफ विमान के टुकड़े बिखरे पड़े थे। किसी ने मुझे पकड़ लिया और एम्बुलेंस में डालकर अस्पताल ले गया।'
दीव के मूल निवासी हैं रमेश कुमार विस्वास
ब्रिटिश नागरिक अपने परिवार से मिलने भारत आए थे और अपने भाई अजय कुमार रमेश (45) के साथ ब्रिटेन लौट रहे थे। गुजरात के पास स्थित केंद्रशासित प्रदेश दीव के वह मूल निवासी हैं। उन्होंने कहा कि प्लेन क्रैश होते ही वह कूद गए थे।