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दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: संसद के मानसून सत्र के दौरान शुक्रवार को लोकसभा में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। इस दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधीपर जमकर निशाना साधा। उन्होंने राहुल गांधी के उस बयान की आलोचना की, जिसमें उन्होंने दिवंगत भाजपा नेता अरुण जेटली का नाम कृषि कानूनों से जोड़ते हुए एक टिप्पणी की थी।
हर दिन एक नया झूठ, हर दिन एक नया प्रोपेगैंडा
राहुल गांधी पर सीधा हमला बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, "वे जो भी कहते हैं, वह सब झूठ है। दिन, हफ्ते, महीने, साल बीत गए कोई बदलाव नहीं। हर दिन एक नया झूठ, हर दिन एक नया प्रोपेगैंडा। देश कब तक इस भ्रम में रहेगा और कांग्रेस कब तक भ्रमित रहेगी? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का राजनीतिक तरीका सिर्फ झूठ गढ़ने और उसे दोहराने का है, जिससे देश की जनता को गुमराह किया जा सके।
अरुण जेटली का सम्मान, तथ्यों की अनदेखी
अनुराग ठाकुर ने जोर देकर कहा कि अरुण जेटली एक सर्वमान्य, सम्मानित और दूरदर्शी नेता थे, जिनकी सभी राजनीतिक दलों में स्वीकार्यता थी। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली का निधन 24 अगस्त 2019 को हुआ था, जबकि कृषि कानून लोकसभा में 17 सितंबर 2020 और राज्यसभा में 20 सितंबर 2020 को पारित हुए। ऐसे में यह सवाल उठता है कि राहुल गांधी कहां से यह कल्पना कर लाए कि जेटली जी ने किसी को धमकी दी या इन कानूनों से जुड़े रहे?
राहुल गांधी से माफी की मांग
ठाकुर ने इसे दिवंगत नेता की गरिमा पर हमला करार देते हुए कहा कि राहुल गांधी को न केवल अरुण जेटली के परिवार से, बल्कि भाजपा और पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह केवल एक व्यक्ति या पार्टी का नहीं, बल्कि उस संसदीय संस्कृति और परंपरा का अपमान है, जिसमें दिवंगत नेताओं का सम्मान सर्वोपरि होता है।
सत्ता और विपक्ष में तीखी नोकझोंक
राहुल गांधी के बयान के बाद लोकसभा में माहौल गरमाया रहा। भाजपा सांसदों ने इसे "राजनीतिक शरारत" बताया, जबकि कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए आरोपों को खारिज किया। विपक्ष का कहना है कि राहुल गांधी ने सरकार से जवाबदेही की मांग की है और भाजपा ध्यान भटकाने के लिए व्यक्तिगत टिप्पणियों को मुद्दा बना रही है। rahul gandhi